खटीमा के जंगल में घास लेने गये युवक को बाघ ने बनाया निवाला, 14 राउंड फायर के बाद वनकर्मियों ने छुड़ाई जबड़े से लाश
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Khatima news : उधमसिंहनगर जिले के खटीमा क्षेत्र की सुरई रेंज के जंगल में अपने साथियों के साथ घास काटने गए एक युवक को जंगल में घात लगाए बैठे एक बाघ ने हमला कर मार दिया। हमलावर बाघ युवक को अपने जबड़े में फंसाकर घने जंगल की ओर ले गया। बाघ के हमले के बाद घबराए अन्य युवकों ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी, जिसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने हवाई फायर कर युवक की लाश को बाघ के जबड़ों से छुड़ाया। हादसे के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
जानकारी के अनुसार हल्दी घेरा निवासी 38 वर्षीय केवल सिंह पुत्र स्वर्गीय अमर सिंह अपने दो अन्य साथियों छम्मा पुत्र जुम्मन, करीम पुत्र मोहम्मद यूसुफ के साथ अपने दुधारू पशुओं के लिए घास काटने सुरई रेंज के जंगल के कक्ष संख्या 47 ब में गया था। तीनों युवक घास काटकर जगह-जगह घास को इकट्ठा कर ही रहे थे कि अचानक वहीं पर झाड़ियों में घात लगाए बैठे एक बाघ ने छम्मा पर हमला बोल दिया। बाघ के हमले में छम्मा जमीन पर गिर पड़ा। बाघ के इस औचक हमले से सकपकाए तीनों युवक इससे पहले कि संभलने का प्रयास करते खूंखार बाघ ने केवल सिंह को मुंह में दबोच लिया, जिसके बाद बाघ केवल को अपने जबड़ों में दबाकर खींचते हुए जंगल में ले गया। बाघ के जंगल में जाने के बाद छम्मा और करीम ने मौके से भागकर पास में ही मौजूद वन चौकी स्टाफ को इस घटना की सूचना दी।
सूचना मिलते ही वनकर्मियों ने जंगल में कांबिंग अभियान चलाकर हमलावर बाघ को लाश के साथ तलाश लिया। लेकिन बाघ केवल की शव के पास से हटने को तैयार नहीं था। जिसके बाद रेंजर आरएस मनराल के नेतृत्व में वनकर्मियों की एक और टीम बख्तरबंद ट्रैक्टर लेकर पहुंची। जहां वनकर्मियों ने तीन घंटे की कोशिशों के बाद करीब 14 राउंड फायर कर बमुश्किल बाघ को जंगल की ओर भागकर उसके कब्जे से लाश को छुड़ाया। बाघ ने मृतक का एक हाथ खा लिया था। इसके अलावा उसकी गर्दन पर भी बाघ के दांतों के गहरे जख्म थे। वन विभाग की टीम ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसडीओ संतोष पंत ने बताया कि शव का उप जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
मृतक युवक केवल के परिवार में पत्नी सुखजिंदर कौर, पुत्री नवनीत कौर (13) एवं पुत्र सतनाम सिंह (4) है। केवल सिंह चार भाइयों में सबसे छोटा था और उसके दो भाइयों की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। घटनास्थल पर एसडीओ संतोष कुमार पंत, सुरई रेंज वनक्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह मनराल, डिप्टी रेंजर सुखदेव सिंह मुनि, सतीश रेखाड़ी, हरीश राम आर्य आदि भी पहुंच गए थे। रेंजर मनराल के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृतक के परिजनों को सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता देने की कार्रवाई की जाएगी।
बाघ के लिहाज से बेहद खतरनाक समझी जाती है खटीमा की सुरई रेंज
उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की संख्या सर्वाधिक होने के बाद भी नेपाल और यूपी से सटी तराई सीमा के खटीमा क्षेत्र की सुरई रेंज बाघ के आतंक के लिहाज से बेहद संवेदनशील मानी जाती है। स्थिति इतनी नाजुक है कि बीते एक साल में तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि दो पूर्व सैनिक बाघ के हमले से गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इस क्षेत्र में आए दिन लोगों को बाघ दिखाई देता रहता है। वन क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोग विभाग से कई बार गश्त बढ़ाने की मांग करते ही रहते हैं।
विभाग भी ग्रामीणों को घने जंगलों में न जाने की सलाह देता रहता है। लेकिन इसके बाद भी यहां मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं होती ही रहती हैं। पिछले दिनों 21 सिंतबर 2022 को सुरई रेंज में बाघ ने बाइक सवार दो पूर्व सैनिकों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। जबकि इससे पहले 25 मई 2022 को खटीमा क्षेत्र में घास काटने गए एक ग्रामीण को बाघ ने अपना निवाला बनाया था। 15 दिसंबर 2022 को भी खटीमा में लकड़ी काटने गए एक युवक को बाघ ने मार डाला था।