CM योगी के Live गाली कांड में UP की पूरी सल्तनत पर भारी पड़ गए पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह
जनज्वार ब्यूरो लखनऊ। कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वीडियो न्यूज एजेंसी ANI के पत्रकार को बाईट दे रहे थे। उसी समय कैमरा हिला योगी को रोका गया। इस रोक-टोक के बाद योगी आदित्यनाथ ने लाईव जा रहे बयान में कैमरामैन के लिए जिस शब्द का इस्तेमाल किया, वो ना उनके पद की गरिमा को शूट करता है और ना ही एक योगी की भाषा को रूचता है।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने योगी के इस वीडियो को ट्वीट किया तो सूबे में हड़कंप मच गया। डैमेज कंट्रोल किया जाने लगा। भक्त मण्डली इस वीडियो को फेक बताने के लिए आगे आ गई। वीडियो वायरल करने वाले पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी तक दी गई। लेकिन जो सच है उससे कब तक तोड़ा मरोड़ा जा सकता है। सच खुला तो सरकार की तमाम फजीहत हुई। जैसे तैसे मामले को भुलाने के लिए नए उपद्रव पेश करवाए गए।
सूर्य प्रताप सिंह ने अभी 2 घण्टे पहले एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होने लिखा है कि 'आज 'गाली प्रकरण' का चौथा दिन है। यह वीडियो मीडिया के लिए एक सबक है कि जब जब वह अपना आत्मसम्मान गिरवी रख चाटुकारिता करेंगे, चंद पैसों के लिए किसानों को आतंकवादी और छात्रों को उपद्रवी घोषित करेंगे, तब तब उनकी यही स्थिति होगी। क्या अब @ishaan_ANI और @smitaprakash का जमीर जागेगा?'
आज की हरकत ने CM ऑफ़िस को पूरी तरह एक्स्पोज कर दिया। जब यह पत्रकारों को गाली दे सकते हैं, एक लाइव वीडियो को खुले आम एडिटेड बता कर मुक़दमा दर्ज करने की धमकी दे सकते हैं, तब यह किसी भी स्तर पर जा सकते हैं।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) April 5, 2021
मुझ पर निजी हमले होंगे, झूठे मुक़दमे लिखे जाएँगे, पर यह लड़ाई जारी रहेगी। pic.twitter.com/5JFcoZa3e7
मुकदमा करने की बात पर सूर्य प्रताप लिखते हैं कि 'आज की हरकत ने CM ऑफ़िस को पूरी तरह एक्स्पोज कर दिया। जब यह पत्रकारों को गाली दे सकते हैं, एक लाइव वीडियो को खुले आम एडिटेड बता कर मुक़दमा दर्ज करने की धमकी दे सकते हैं, तब यह किसी भी स्तर पर जा सकते हैं। मुझ पर निजी हमले होंगे, झूठे मुक़दमे लिखे जाएँगे, पर यह लड़ाई जारी रहेगी।मैं आपसे एक वादा चाहता हूँ, छात्रों की लड़ाई लड़ने वाले, किसानों की लड़ाई लड़ने वाले, सत्य की लड़ाई लड़ने वाले जब झूठे मुक़दमों में जेल चले जाएँ तब आप चुप मत बैठना, यह लड़ाई जारी रखना। क्यूँकि यह लड़ाई आपकी और मेरी नहीं, पूरे समाज की है, हर गरीब, हर किसान की है। सत्यमेव जयते।'
इस आदमी की नीचता देखिए।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) April 5, 2021
सच सामने आने के बाद भी ना ट्वीट हटाया और ना ही स्पष्टिकरण देने की लाज है इनमें।
मीडिया का यह नीचतम स्तर भारत के इतिहास में पहली बार देखने को मिला है।
जब सम्पादक स्तर के लोग 'सत्ता' के आगे 'छम्मकछल्लो' समान नृत्य कर रहे हैं।
इन चेहरों को याद रखना। https://t.co/dL1qhg2XxA
वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद सरकार के प्रवक्ता बने दीपक चौरसिया को छम्मकछल्लो कहते हुए आईएएस ने ट्वीट किया 'इस आदमी की नीचता देखिए। सच सामने आने के बाद भी ना ट्वीट हटाया और ना ही स्पष्टिकरण देने की लाज है इनमें। मीडिया का यह नीचतम स्तर भारत के इतिहास में पहली बार देखने को मिला है। जब सम्पादक स्तर के लोग 'सत्ता' के आगे 'छम्मकछल्लो' समान नृत्य कर रहे हैं। इन चेहरों को याद रखना।'
आज से योगी जी का गाली देने वाला वीडियो मीडिया को आईना दिखाने के लिए मैं रोज सुबह ट्वीट करूँगा।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) April 5, 2021
मैं सरकार के पक्ष के सभी वीडियो एक्स्पर्ट्स, कानूनी जानकार और फ़ारेंसिक टीम को खुली चुनौती देता हूँ की मुझे ग़लत साबित करें और गिरफ़्तार कर लें।
याद रखिएगा, रोज सुबह करूँगा।
सरकार के नुमाइंदों की तरफ से मुकदमे की धमकी आने के बाद कई शोसल मीडिया के रंगबाजों ने ट्वीट और पोस्ट डिलीट कर दिये तब सूर्य प्रताप ताल ठोंककर कहते हैं कि 'आज से योगी जी का गाली देने वाला वीडियो मीडिया को आईना दिखाने के लिए मैं रोज सुबह ट्वीट करूँगा। मैं सरकार के पक्ष के सभी वीडियो एक्स्पर्ट्स, कानूनी जानकार और फ़ारेंसिक टीम को खुली चुनौती देता हूँ की मुझे ग़लत साबित करें और गिरफ़्तार कर लें। याद रखिएगा, रोज सुबह करूँगा।'