Uttar Pradesh : यूपी में योगी ने शुरू की गायों के लिए 24 घंटे एंबुलेंस सेवा, लोग बोले इनका वोटर कार्ड भी बनवा दीजिये बाबा
Uttar Pradesh : उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने आगामी 2022 विधानसभा चुनाव से पहले गायों को त्वरित चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए 'अभिनव एंबुलेंस' सेवा शुरू करने का एलान किया है। इस बात की जानकारी उत्तरप्रदेश के मत्स्य पालन एवं पशुपालन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने दी। साथ ही उन्होंने बताया कि इस सेवा को शुरू करने के लिए 515 एंबुलेंस तैयार कर ली गई हैं।
लेकिन इससे पहले एक बड़ा सवाल यह कि क्या यूपी में जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त मात्रा और समय में एंबुलेंस पहुँच पाती है। समूचे उत्तर प्रदेश में रोजाना एंबुलेंस के अभाव में किसी ना किसी जनपद में किसी न किसी की मौत होती है। लेकिन मजाल है उन्हें तत्काल इलाज तो दूर तत्काल एंबुलेंस तक मुहैया हो सके।
15 से 20 मिनट में गायों तक पहुँचने का दावा
चौधरी ने आगे कहा कि, इस तरह की हर एंबुलेंस में एक पशु चिकित्सक और पशु चिकित्सा स्टाफ के दो लोग होंगे। 'अभिनव एंबुलेंस' सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। और लखनऊ में इसके लिए एक कॉल सेन्टर बनाया जाएगा। और जो भी कॉल सेन्टर पर काल करेगा उसके पास 15 से 20 मिनट में एंबुलेंस पहुंच जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 'अभिनव एंबुलेंस' सेवा को अगले महीने दिसंबर तक शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, गाय के नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत पशुपालकों को तीन बार मुफ्त गर्भाधान कराने की सुविधा भी दी जाएगी।
गायों के लिए CM की पहल पर लोगों की क्या है राय?
जनता की मीडिया जनज्वार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की इस पहल पर आमजन की राय जानी तो लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रामबाबू सविता ने गायों के लिए एंबुलेंस सेवा की पहल पर कहा कि, 'योगी आदित्यनाथ सरकार ने इंसानियत का मजाक उड़ाया है, इसके लिए यूपी की जनता इन्हें 2022 में जवाब देगी।' टीटू नाम के यूजर ने लिखा की 'कहीं कुछ नहीं सब मूर्ख बना रहे, मूर्ख हैं वो जो इन्हें फिर से वोट देंगे।'
मुकेश यादव नाम के यूजर ने लिखा है, 'एक नासमझ, मूर्खतापूर्ण कदम उठाया है योगीजी ने। पूर्व के वर्षों में गायों को गर्म कपड़े सिलवाकर वितरित किया गया। ऐसे अज्ञानी व्यक्ति को यूपी की जनता सत्ता कभी नहीं सौंपेगी।' वहीं मोहम्मद बिलाल नाम के यूजर ने लिखा, 'अगर किसी को 70 साल पहले की जिंदगी जीना है तो 2024 में योगी को प्रधानमंत्री बना दो, बेरोजगारी, भुखमरी पहले जो हुआ करती थी उसे लोग देख भी लेंगे और आज के लोग उससे कुछ सीख भी लेंगे।'
रविंद्र तिवारी ने लिखा 'नवंबर 2021 में मई 2014 में मिली आजादी की साढ़ेसाती है मनाओ।' शेषराज यादव लिखते हैं कि 'बाबाजी का संन्यास में मन नहीं लगा, इनका मन सही जगह नहीं लगता।' नसरीन अंजुम लिखते हैं, 'ये सब सरकारी लूट है। इसमें कौन हिसाब लेता है इसमें बस जनता को मारकर जनता के पैसों को लूटना है।' गौरव सिंह ने लिखा है, 'आम आदमी को मरणोपरांत तैरने के लिए नदी सेवा, इंसान के लिए तो उपलब्ध करा नहीं पा रहे हो, जानवरों का भी वोटिंग कार्ड बना दो ढ़ोंगी बाबा।'
आशीष यादव ने लिखा है, 'मान लीजिए अगर गाय की जगह भैंस या घोड़ा को एंबुलेंस ले जाती है तो क्या होगा...मेरा मतलब है वो भी तो जानवर हैं।' प्रिंस द्विवेदी लिख रहे हैं कि, 'प्रदेश की कौन सी ऐसी गौशाला है, जो सुचारू तल रही। गाय दिनभर खून से लथपथ और भूख से कराहती सड़कें पर लोगों की हिकारत झेल रही।' सोनू कुमार ने लिखा है, 'धर्म की राजनीति शुरू करो, चुनाव आने वाला है। कहीं जनता विकास का मुद्दा न उठा दे नहीं तो बंगाल का फोटो लगाना पड़ेगा।'
इसके अलावा कुछ लोगों ने अच्छे कमेंट भी किए हैं। ओमप्रकाश भारद्वाज ने लिखा 'वाह..वाह..हिंदू शेर।' दिनेश सिंह लिखते हैं, 'सही किया है।' अजीम सिद्दीकी ने लिखा 'इंसान ही इंसान के दर्द को समझ सकता है।'