जनसंख्या कानून से पहले आधा-आधा दर्जन से ज्यादा बच्चों वाले ये BJP विधायक कुर्सी छोड़ेंगे क्या?
यूपी विधानसभा में कइ जनपदों से विधायकों के 7 से आठ बच्चे हैं.
जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लागू होने जा रहा है। लोकसभा में इस बिल को 4 बच्चों के पिता भोजपुरी स्टार रवि किशन शुक्ला पेश करेंगे। देर-सबेर बिल पास भी हो जाएगा तो क्या भाजपा की सरकार में उनके वो मंत्री और विधायक स्तीफा देंगे, जिनके खुद ही 6 से आठ बच्चे हैं।
गौरतलब है कि यूपी के तमाम विधायक जिनके 8-8 बच्चे हैं। इन विधायकों (MLA) में विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित भी शामिल हैं। उन्नाव की भगवंतनगर सीट से विधायक दीक्षित के 5 बच्चे हैं। इसी तरह मऊ की मुहम्मदाबाद सीट से श्रीराम सोनकर के भी 5 बच्चे हैं। शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशन लाल वर्मा के 8 बच्चे हैं।
बहराइच की नानपारा सीट से विधायक माधुरी वर्मा के 7 बच्चे हैं। मैनपुरी के भोगांव से विधायक राम नरेश अग्निहोत्री के 6 बच्चे हैं। मेरठ कैंट से विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल के 6 बच्चे हैं। मिर्जापुर सीट से विधायक रत्नाकर मिश्रा के भी 6 बच्चे हैं। बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट से विधायक बैजनाथ रावत के भी 6 बच्चे हैं।
लखीमपुर खीरी की धौरहरा सीट से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी के 6 बच्चे हैं। फतेहपुर की खागा सीट से विधायक कृष्णा पासवान के 6 बच्चे हैं। कन्नौज की तिर्वा सीट से विधायक कैलाश सिंह राजपूत के 6 बच्चे हैं। गोंडा के कर्नलगंज से विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह के भी 6 बच्चे हैं। वाराणसी के पिंडरा से विधायक अवधेश सिंह के 5 बच्चे हैं।
आगरा के फतेहपुर सीकरी से विधायक दयाभान सिंह के 5 बच्चे हैं। बिजनौर की चांदपुर सीट से विधायक कमलेश सैनी के भी 5 बच्चे हैं। शाहजहांपुर की पुवायां से विधायक चेतराम के 5 बच्चे हैं। झांसी के मऊरानीपुर से विधायक बिहारीलाल आर्य के भी 5 बच्चे हैं। ललितपुर के महरौनी से विधायक मनोहर लाल के 5 बच्चे हैं।
अमरोहा की हसनपुर सीट से विधायक महेंद्र सिंह खड़गवंशी के 5 बच्चे हैं। बदायूं सीट से विधायक महेश चंद्र गुप्ता के 5 बच्चे हैं। बहराइच के कैसरगंज से विधायक मुकुट बिहारी वर्मा के भी 5 बच्चे हैं। भदोही से विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के 5 बच्चे हैं। फैजैबैद की रूदौली से विधायक रामचंद्र यादव के 5 बच्चे हैं।श्रावस्ती सीट से विधायक रामफेरन पाण्डेय के भी 5 बच्चे हैं।
इस नए विधेयक के मुताबिक दो बच्चों से अधिक वाले मां-बाप को कई तरह की चीजों से मरहूम होना पड़ेगा। लेकिन क्या यह कानून अथवा नियम भाजपा (BJP) नेताओं पर भी लागू होगा या फिर सिर्फ जनता को ही सिर पर लादकर घूमना होगा। कानून लागू होने से पहले इन भाजपा विधायकों का स्तीफा लेकर सरकार को नई मिसाल पेश करनी चाहिए। लेकिन यह होगा, संदेह है।