बिहार में फिर खुली शराबबंदी की पोल, 21 लोगों की हुई मौत तो कई ने गंवाई आंखों की रोशनी, प्रशासन ने साधी चुप्पी
बिहार में शराबबंदी के बाद भी जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा (file photo)
Bihar hooch tragedy: बिहार में शराबबंदी के दावों की एक बार फिर पोल खुली है। इस बार बिहार में जहरीली शराब के सेवन की वजह से 21 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। मृतकों के परिजनो का दावा है कि यह सारी मौतें जहरीली शराब से हुई हैं। जबकि प्रशासन इस बारे में कुछ नहीं बोल रहा है।
यह दर्दनाक घटना बिहार के सारण जिले स्थित इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला गांव में हुई है। मामला सोमवार का है, जब गांव में शराब पीने के बाद एक-एक कर ग्रामीणों की तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई। तमाम लोगों को शराब के सेवन से उल्टियां होने की शिकायत हुई। कई लोगों को आंखों से दिखना भी बंद हो गया। शराब की तीव्रता इतनी भयावह थी कि कई पीड़ित अस्पताल पहुंचने के पहले मर गए, जबकि ज्यादातर को अंतिम समय में इलाज मिलने पर भी बचाया नहीं जा सका।
इस शराब कांड में मृतकों की जो सूची उपलब्ध हुई है उसमें डोइला के 45 वर्षीय संजय सिंह पुत्र वकील सिंह, 46 वर्षीय विजेन्द्र यादव पुत्र नरसिंह राय, 38 वर्षीय अमित रंजन पुत्र द्विजेंद्र सिन्हा के अलावा मशरख थाना क्षेत्र के 38 वर्षीय कुणाल सिंह पुत्र यदु सिंह, हरेंद्र राम पुत्र गणेश राम, 55 वर्षीय रामजी साह पुत्र गोपाल साह, 30 वर्षीय मुकेश शर्मा पुत्र बच्चा शर्मा, मंगल राय पुत्र गुलराज राय, 42 वर्षीय नासिर हुसैन पुत्र समसुद्दीन, 43 वर्षीय जयदेव सिंह पुत्र बिंदा सिंह, 42 वर्षीय रमेश राम पुत्र कन्हैया राम व 48 वर्षीय चंद्रमा राम पुत्र हेमराज राम, अजय गिरी पुत्र सूरज गिरी, भरत राम पुत्र मोहर राम, मनोज राम पुत्र लालबाबू राम, गोविंद राय पुत्र घिनावन राय, 55 वर्षीय ललन राम पुत्र करीमन राम, ललन राम पुत्र करीमन राम, प्रेमचंद साह पुत्र मुनिलाल साह, महुली इसुआपुर के दिनेश ठाकुर पुत्र अशर्फी ठाकुर, बहरौली के शैलेंद्र राय पुत्र दीनानाथ राय और मढ़ौरा थाना क्षेत्र का 16 वर्षीय विक्की महतो शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार 13 दिसंबर की रात से बुधवार 14 दिसंबर दोपहर तक यह मौतें हुई हैं। जबकि स्थानीय स्तर पर इलाज करा रहे चार अन्य की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। इनमें से सूरज और कमलेश साह को पटना रेफर किया गया है।
इन मौतों को लेकर मृतकों के परिजनों का दावा है कि यह मौत जहरीली शराब के सेवन से हुई है, जबकि प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।