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स्वास्थ्य

लाइव परफॉर्मेंस के दौरान एक और शॉकिंग मौत, पखावज वादक दिनेश प्रसाद 20 मिनट की प्रस्तुति के बाद हुए थे बेहोश

Janjwar Desk
7 Feb 2023 11:36 AM IST
लाइव परफॉर्मेंस के दौरान एक और शॉकिंग मौत, पखावज वादक दिनेश प्रसाद 20 मिनट की प्रस्तुति के बाद हुए थे बेहोश
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ऐसी घटनाओं को देख-सुन चुके साथी कलाकारों ने दिनेश प्रसाद को सीपीआर भी दिया, मगर उनके शरीर ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। इसके बाद तुरंत उनको केजीएमयू के कॉर्डियोलॉजी विभाग में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया...

Lucknow news : नाचते-गाते, खेलते-कूदते हार्ट अटैक की मौतों की तो जैसे बाढ़ आ गयी है। जी हां, लाइव परफॉर्मेंस के दौरान एक और शख्स की मौत हो गयी और इनका नाम है जाने माने पखावज वादक दिनेश प्रसाद।

गौरतलब है कि लखनऊ में लाइव परफॉर्मेंस के दौरान पखावज वादक दिनेश प्रसाद की मौत तब हुई जब वह बारादरी में प्रस्तुति दे रहे थे। उन्होंने मंच पर करीब 20 मिनट तक लाइव परफॉर्मेंस दी और इसके बाद अचानक वे बेहोश होकर गिर गए। ऐसी घटनाओं को देख-सुन चुके साथी कलाकारों ने उनको सीपीआर भी दिया, मगर उनके शरीर ने कोई रिस्पांस नहीं दिया। इसके बाद तुरंत उनको केजीएमयू के कॉर्डियोलॉजी विभाग में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का अनुमान है कि कॉर्डियक अरेस्ट से उनकी मौत हुई है।

गौरतलब है कि यूपी संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित 68 वर्षीय दिनेश प्रसाद राजधानी लखनऊ के राजाजीपुरम में रहते थे। कल सोमवार 6 फरवरी की दोपहर 3 बजे जब वह कैसरबाग बारादरी में वादन कार्यक्रम कर रहे थे, तभी उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़े। जानकारी के मुताबिक उन्होंने अपने एक साथी से सीने में दर्द की शिकायत की थी और उसके चंद सेकंड बाद वह बेहोश होकर मंच पर गिर गए।

दिनेश प्रसाद के बेटे पीयूष का कहना है कि उनके पिता और मशहूर पखावज वादक दिशे प्रसाद को पहले भी हार्ट अटैक आ चुका था, लेकिन वह पूरी तरह स्वस्थ, उन्हें कोई बड़ी समस्या नहीं थी। एक दिन पहले रिहर्सल के बाद वह लाइव कार्यक्रम के लिए कल 6 फरवरी की सुबह ही घर से निकले थे।

गौरतलब है कि 2015 में दिनेश प्रसाद यूपी संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किये जा चुके हैं। साल 1989 में जब उन्हें यूपी संगीत नाटक अकादमी के कथक केंद्र में नौकरी मिली तो वह मथुरा से लखनऊ सपरिवार आ गये थे। साल 2014 में रिटायरमेंट के बाद उन्हें 2015 में यूपी संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से नवाजा गया था।

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