Begin typing your search above and press return to search.
स्वास्थ्य

Delhi News : गले में मोमोज फंसने से एक व्यक्ति की मौत, दुर्लभ मामले को लेकर एम्स ने जारी की ये चेतावनी

Janjwar Desk
15 Jun 2022 6:18 PM IST
Delhi News : गले में मोमोज फंसने से एक व्यक्ति की मौत, दुर्लभ मामले को लेकर एम्स ने जारी की ये चेतावनी
x

Delhi News : गले में मोमोज फंसने से एक व्यक्ति की मौत, दुर्लभ मामले को लेकर एम्स ने जारी की ये चेतावनी 

Delhi News : एम्स के फॉरेंसिक विभाग के एचओडी डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा कि पब्लिक के लिए यही संदेश है कि मोमोज चबाकर खाएं, इसे निगलने की कोशिश न करें, वरना यह खतरनाक हो सकता है...

Delhi News : अगर आप भी मोमोज के दीवाने है तो सावधान हो जाइए। मोमोज खाने में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। बता दें कि एम्स में ऐसा ही एक मामला आया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पाया गया कि एक आदमी के गले में मोमोज फंस गया और उसकी जान चली गई।

एम्स ने इस मोमोज से मौत के मामले को बताया दुर्लभ

बता दें कि एम्स के फॉरेंसिक विभाग के एचओडी डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा कि पब्लिक के लिए यही संदेश है कि मोमोज चबाकर खाएं। इसे निगलने की कोशिश न करें, वरना यह खतरनाक हो सकता है। यह मैदा का बना होता है और निगलने की स्थिति में यह सांस की नली में फंस सकता है। हालांकि यह बहुत रेयर मामला है।

सांस की नली में फंसा हुआ था मोमोज

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एम्स के फॉरेंसिक विभाग की टीम ने यह रिपोर्ट मेडिकल जर्नल में भेजी, जो हाल में प्रकाशित हुई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला साउथ दिल्ली का है। एक व्यक्ति बेहोशी की स्थिति में पाया गया था। उसे इलाज के लिए पास के एक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बाद में इसका पोस्टमॉर्टम एम्स के फॉरेंसिक विभाग के डॉक्टरों ने किया। रिपोर्ट में बताया गया है कि जब डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम के दौरान डेडबॉडी की सीटी स्कैन जांच की, तो पाया कि गले में सांस की नली के पास मोमोज फंसा हुआ है, जिसकी वजह से व्यक्ति को सांस नहीं मिली होगी और उसकी मौत हो गई। मोमोज का साइज 5x3 सेमी का था।

एम्स ने जारी की ये चेतावनी

बता दें कि डॉक्टर सुधीर गुप्ता का कहना है कि साउथ एशिया में पहली बार हमने वर्चुअल अटॉप्सी शुरू की है। इसमें हमने सिटी स्कैन जांच की। जिसकी वजह से इसका पता चल पाया है। आम अटॉप्सी में इसका पता भी नहीं चलता। साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक हम एक हजार वर्चुअल अटॉप्सी कर चुके हैं। आम लोगों के लिए यह जानना जरूरी है कि मोमोज मैदे से बनता है। इसे पानी में उबालकर तैयार किया जाता है। मोमोज चिकना होता है। खाने के दौरान अलर्ट रहें। इसे चबाकर खाएं। निगलने की कोशिश न करें। निगलने पर यह पूरा का पूरा स्लिप होकर गले में फंस सकता है। डॉक्टर सुधीर ने कहा कि इस मामले में शराब पीने वाले को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोग अक्सर नशे में होते हैं। उन्हें इस बात का ध्यान नहीं रहता है और वो जैसे तैसे खाने लगते हैं। ऐसे लोगों को ध्यान रखना चाहिए।


(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू—ब—रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।

हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।

सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)

Next Story

विविध