Dengue Cases In UP: यूपी में पांव पसारते डेंगू पर हाईकोर्ट ने दिखाई सख्ती, राज्य व केंद्र से तलब किया ब्योरा, आप भी इस तरह रहें सतर्क
Dengue Cases In UP: यूपी में पांव पसारते डेंगू पर हाईकोर्ट ने दिखाई सख्ती, राज्य व केंद्र से तलब किया ब्योरा, आप भी इस तरह रहें सतर्क
dengue cases in up today: उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad Highcourt) की लखनऊ खंडपीठ ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की किल्लत समेत चिकित्सा सुविधाओं की भारी किल्लत को लेकर सख्त रूख अख्तियार किया है। कोर्ट ने राज्य सरकार सहित लखनऊ के CMO और नगर निगम से पूछा है कि डेंगू से बचाव और बुखार पर नियंत्रण के लिए क्या कदम उठाये गये हैं और क्या उठाये जाने हैं?
पीठ के न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमुर्ति सौरभ श्रीवास्तव ने गुरूवार को यह आदेश एक जनहित याचिका पर दिया। याचिका में डेंगू (Dengue) की रोकथाम समेत सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं का मुद्दा उठाया गया है।
साथ ही अदालत ने उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) के निरीक्षण में मिली करोड़ों की एक्सपायर्ड दवाओं के उठाये गये मुद्दे पर राज्य सरकार से पूछा कि प्रदेश के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में दवाओं के इस्तेमाल, खरीद और प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है।
इस मामले के याचिकाकर्ता का कहना है कि, वर्तमान में डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। जबकि सरकारी अस्पतालों में मैनपावर, जांच व दवाओं की कमी है। इस पर कोर्ट ने सरकार से अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के उच्चीकरण और प्लाज्मा की उपलब्धता को लेकर जवाब मांगा है। इसके अलावा शुक्रवार को ACS हेल्थ व ACS चिकित्सा शिक्षा, CMO लखनऊ व नगर निगम से चिकित्सा सुविधाओं का पूरा ब्योरा तलब किया है।
केंद्र से भी मांगा गया ब्योरा
हाईकोर्ट ने डेंगू के अलावा अन्य मच्छरजनित बीमारियों जैसे चिकनगुनिया व वायरल आदि की रोकथाम को उठाये जाने वाले कदमों व अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की जानकारी भी संबंधित विभागों से मांगी है। इसके अलावा केंद्र के वकीलों को केंद्र सरकार की स्वास्थ्य सेवा व लखनऊ के रेलवे अस्पताल प्रबंधन के सर्वोच्च अफसर से इन बीमारियों से पीड़ितों के इलाज के उपायों की जानकारी आज शुक्रवार 4 नवंबर को पेश करने का आदेश दिया है।
प्रदेश में डेंगू की स्थिति
उत्तर प्रदेश में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। जनवरी 2022 से लेकर अब तक प्रदेश में डेंगू के कुल 7 हजार 134 मरीज मिल चुके हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रयागराज में 1 हजार 171 रोगी सामने आ चुके हैं। वहीं राजधानी लखनऊ में 1 हजार 58 केस सामने आये। गाजियाबाद में 513 मरीज, अयोध्या में 458 मरीज और जौनपुर में 371 मरीज मिले हैं। मेरठ में मरीजों का मामला 100 पार पहुँच चुका है। कानपुर में डेंगू और बुखार से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है।
13 दिनों में 13 मौतें
बता दें कि प्रदेश भर में डेंगू के डंक से पिछले 13 दिनों में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। यूपी में यह वायरस लगातार जानलेवा होता जा रहा है। बताया जा रहा है कि सितंबर महीने में हुई तेज बारिश की वजह से यूपी में डेंगू बूस्ट हुआ है। अस्पताल में मरीजों का झुण्ड पहुंच रहा है। कम इम्यूनिटी वाले लोगों खास तौर पर कोविड संक्रमित हो चुके लोगों को इससे सावधान रहने की जरूरत है।
इतने तरह का होता है डेंगू बुखार
क्लासिकल डेंगू फीवर- ये सामान्य बुखार होता है। इसमें जान जाने का खतरा नहीं होता। मरीज 5 से सात दिन में ठीक हो जाता है।
डेंगू हमरेजिक फीवर- इसे रक्तस्रावी बुखार कहते हैं। D2 स्ट्रेन ही इसका कारण बनता है। यूपी में इसी बुखार के लक्षण बढ़ने की आशंका है।
डेंगू शॉक सिंड्रोम- हमरेजिक फीवर के लक्षणों के साथ शॉक सिंड्रोम के लक्षण मिल जाते हैं तो मरीज की हालत बदतर हो जाती है। इसमें मरीज का शरीर ठंडा और बुखार तेज होता है। समय से इलाज न मिलने पर मरीज की मौत हो जाती है।
इन लक्षणों से रहिये सचेत
1. तेज बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द होना
2. शरीर पर लाल चकत्ते दिखाई देने लगना
3. आंखों में जलन के साथ जोड़ों में तेज दर्द शुरू हो जाना
4. बीपी लो होने पर 50 तक आ जाना
5. लीवर और सीनें में फ्लुइड यानी द्रव जमा होने लगना
6. बिखार का 104 डिग्री होना
7. खाना पचने में दिक्कत होना
8. भूख कम लगना और उल्टियां होना
9. चक्कर आना और कमजोरी महसूस करना
10. शरीर में लगातार प्लेटलेट्स का कम होना, ये डेंगू का सबसे अहम लक्षण है।