मोदी सरकार ने पहली बार कोविड19 के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात स्वीकारी
जनज्वार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पहली बार देश में कोरोना के सीमित कम्युनिटी ट्रांसमिशन यानी सामुदायिक संक्रमण की बात स्वीकारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्द्धन ने रविवार को सोशल मीडिया प्रोग्राम संडे संवाद में कहा कि कोविड19 वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन देश के कुछ जिलों में पाया गया है, लेकिन यह कुछ राज्यों तक सीमित है, यह पूरे देश मे ंनहीं हो रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्द्धन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होने संबंधी बयान पर कहा कि कुछ सघन इलाकों में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मामला विभिन्न राज्यों के अलग-अलग पाॅकेट्स में सामने आया है। यह पूरे देश में नहीं हो रहा है।
#WatchNow#SundaySamvaad
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) October 18, 2020
Has #coronavirus mutated?
How Kerala's performance against #COVID19 worsen?
Is there an intranasal Vaccine for COVID?
These & much more ...@MoHFW_INDIA @moesgoi @IndiaDST @DBTIndiahttps://t.co/SZVFheWEhx
मालूम हो कि केंद्र सरकार लगातार कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के दावों को खारिज करती रही है। उधर, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने जुलाई में ही अपने राज्य में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात कही थी। वहीं, असम ने जुलाई-अगस्त में अपने यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन का संकेत दिया था।
अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात कही है। उन्होंने दुर्गा पूजा के पहले लोगों को सतर्क किया है और कहा है कि वे कोविड संक्रमण को लेकर सतर्क रहें।
कोविड संक्रमण के चार चरण होते हैं। पहला चरण कोरोना वायरस का बाहर से आना है, दूसरा चरण लोकल ट्रांसमिशन है, तीसरा कम्युनिटी ट्रांसमिशन है और आखिरी चरण महामारी का स्वरूप लेता है। भारत का दावा रहा है कि उसने स्थिति को नियंत्रित किया है और अबतक कोरोना का सामुदायिक संक्रमण नहीं हुआ है।
डा हर्षवर्धन ने लोगों से अपील की कि नवरात्रि के त्यौहार के मौके पर कोविड को हराने में अपनी भूमिका को लेकर आप सचेत रहें। उन्होंने कहा कि जब हम प्रार्थना करते हैं तो हमें लाखों कोरोना योद्धाओं के बलिदान को याद करना चाहिए जिन्होंने इस बीमारी से लड़ते हुए अपनी जान गंवाई और जो हमें बचाने के लिए इस खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने लोगों से वंचित वर्ग की मदद के लिए बड़े दिल से दान की भी अपील की।