UP में डेंगू और संक्रामक बीमारियों की रोकथाम और ईलाज में विफलता पर मानवाधिकार आयोग और CM योगी को संयुक्त युवा मोर्चा ने लिखा पत्र
(file photo : janjwar)
Lucknow News : उत्तर प्रदेश में डेंगू व संक्रामक बीमारियों के प्रकोप से निपटने में सरकार की विफलता पर संयुक्त युवा मोर्चा ने गहरी चिंता जताई है। संयुक्त युवा मोर्चा के केंद्रीय टीम सदस्य एवं युवा मंच के प्रदेश संयोजक राजेश सचान ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक्स साईट पर मीडिया रिपोर्ट्स प्रेषित कर अवगत कराया कि प्रदेश में हालात बेकाबू हैं।
योगी सरकार से मांग की गई कि तत्काल डेंगू व संक्रामक बीमारियों की रोकथाम व ईलाज के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। मीडिया रिपोर्ट्स में डेंगू मरीजों की संख्या 9 हजार पार करने और बड़े पैमाने पर लोगों की मौतें बेहद चिंतित करने वाली हैं। सरकारी अस्पतालों में दुर्व्यवस्था का आलम है, अस्पतालों में संसाधनों व चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी होना मौजूदा हालात की एक बड़ी वजह है।
राजधानी लखनऊ में भी साफ-सफाई का भारी अभाव है, जो डेंगू के तेजी से फैलने की एक बड़ी वजह हो सकती है। प्रदेश में साफ सफाई व छिड़काव जैसे संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए रस्म अदायगी से ज्यादा कुछ नहीं किया गया। संयुक्त युवा मोर्चा ने चिंता जतायी कि कोरोना पीरियड में एक लाख अतिरिक्त बेड और इंफ्रास्ट्रक्चर का दावा किया गया था, अगर वास्तव में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया था और महज बयानबाजी नहीं था तो इस इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल डेंगू व संक्रामक बीमारियों के मरीजों के ईलाज में इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है।
दरअसल सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्व्यवस्था का खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ रहा है, जिन्हें विवशता में निजी अस्पतालों में मंहगा ईलाज कराना पड़ता है, जोकि उनकी सामर्थ्य के बाहर है। लखनऊ ईकाई युवा मंच अध्यक्ष रवींद्र यादव ने बताया कि रोजगार अधिकार अभियान में डेंगू व संक्रामक बीमारियों के ईलाज व रोकथाम के सवाल को भी प्रमुखता से उठाया जाएगा।