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जनज्वार विशेष

सोशल मीडिया पर इमोशन वाले स्टेटस डालने वाली 15-24 साल की 66 फीसदी लड़कियां हैरसमेंट की शिकार

Janjwar Desk
8 March 2021 9:29 AM GMT
सोशल मीडिया पर इमोशन वाले स्टेटस डालने वाली 15-24 साल की 66 फीसदी लड़कियां हैरसमेंट की शिकार
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सोशल मीडिया पर इमोशनल स्टेटस शेयर करने वाली ज्यादातर लड़कियां साइबर क्राइम का शिकार बन रही हैं, ऐसे स्टेटस वाली लड़कियों को टारगेट कर साइबर क्रिमिनल पहले उसे लाइक या शेयर करते और फिर दोस्ती कर ऑनलाइन हैरसमेंट कर रहे हैं...

साइबर क्राइम जर्नलिस्ट सुनील मौर्य की रिपोर्ट

जनज्वार ब्यूरो। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन देश और दुनिया में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी खास उपलब्धियों के बारे में बात हो रही है। इसके साथ ही जरूरत ये भी है कि उन लड़कियों और महिलाओं के बारे में बात करें जो वर्चुअल दुनिया यानी इंटरनेट की दुनिया में इमोशनल ब्लैकमेल या अन्य तरीके से प्रताड़ित हो रही हैं लेकिन वो खामोश हैं। कई डर से तो कई शर्म से या फिर किसी और वजह से खुलकर इसकी शिकायत नहीं कर पा रही हैं और ब्लैकमेल होती रह रही हैं। ऐसे में उन लड़कियों और महिलाओं के साथ पुरुषों को भी ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए। क्योंकि जब हमारा ज्यादातर समय इंटरनेट पर गुजरता हैं तो ऐसे क्राइम के प्रति अलर्ट रहने और सजग रहने की जरूरत है।

सोशल मीडिया पर इमोशनल लड़कियों को ऐसे शिकार बना रहे हैं साइबर क्रिमिनल

सोशल मीडिया पर इमोशनल स्टेटस शेयर करने वाली ज्यादातर लड़कियां साइबर क्राइम का शिकार बन रही हैं। ऐसे स्टेटस वाली लड़कियों को टारगेट कर साइबर क्रिमिनल पहले उसे लाइक या शेयर करते और फिर दोस्ती कर ऑनलाइन हैरसमेंट कर रहे हैं। यही नहीं, खासकर ऐसी लड़कियों से मिलने के लिए राजी करके उनका फिजिकली भी उत्पीड़न किया जा रहा है। इंडियन साइबर आर्मी नामक संस्था ने देशभर के 749 केस की स्टडी कर दावा किया है कि 15 से 24 साल आयु ग्रुप की 66 फीसदी लड़कियां ऑनलाइन हैरसमेंट का शिकार हो रहीं हैं। इनमें से 43 फीसदी मामलों में तो फिजिकली भी असॉल्ट किया गया है।

11-14 साल की लड़कियां भी हो रही हैं अब्यूज : रिपोर्ट

दिल्ली-एनसीआर की संस्था इंडियन साइबर आर्मी के चेयरमैन व साइबर एक्सपर्ट किसलय चौधरी ने अपनी स्टडी रिपोर्ट को लेकर बताया कि ऑनलाइन चैटिंग या सोशल मीडिया के जरिए 11 से 14 साल की लड़कियां भी अब्यूज हो रहीं हैं। उन्होंने बताया कि स्टडी करने पर पता चला कि 11 से 14 साल के बीच वाली लड़िकयों में 62 फीसदी से ऑनलाइन गाली-गलौज की गई। इनमें से ज्यादातर के साथ वॉटसएप पर चैट के दौरान ऐसा किया गया। उन्होंने बताया कि 15 से 19 साल के बीच की लड़िकयों अन्य ग्रुप की तुलना में 10 गुना ज्यादा धमकी मिलने की शिकार हो रही हैं।

इमोशनल स्टेटस को देखकर ऐसे फंसाते हैं जाल में

कम आयु : फेसबुक व इंस्टाग्राम पर फेक आईडी के जरिए अकाउंट बनाने वाले जालसाज सबसे पहले 14 से 25 साल की लड़कियों के प्रोफाइल को टारगेट बनाते हैं।

लाइक व शेयर : फेसबुक पर लड़कियों के पोस्ट किए इमोशनल स्टेटस को लाइक करेंगे। उसे शेयर भी करते हैं। ऐसे ही पुराने पोस्ट तक जाकर उसे भी लाइव व शेयर करते हैं।

खुद का इमोशनल स्टेटस : ऐसे युवक अपने फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी इमोशनल स्टेटस पोस्ट करते हैं ताकी लड़की जब लाइव या शेयर करने वाले प्रोफाइल चेक करे तो इंप्रेस हो।

फ्रेंड रिक्वेस्ट : युवक के बार-बार किसी पोस्ट को लाइक या शेयर करने पर कोई लड़की आपत्ति न जताए तो फिर उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देते हैं। ऐसे में लड़की भी इमोशनल जाल में फंसकर रिक्वेस्ट स्वीकार लेती है।

चैटिंग फिर फोन नंबर : जैसे ही कोई लड़की किसी अजनबी युवक को भी दोस्त समझकर फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेती है तब जालसाज उसे चैटिंग करने लगते हैं। इसमें भी इमोशनल व प्यार की बाते करेंगे। इसके बाद चैट करते हुए ही फोन नंबर ले लेंगे।

वॉट्सएप से फोटो फिर ब्लैकमेल : आखिरकार लड़की का फोन नंबर लेकर युवक उससे वॉट्सएप पर चैट शुरू कर देता है। फिर धीरे-धीरे इमोशनल बात करते हुए उसकी पर्सनल फोटो या वीडियो ले लेते हैं या फिर उसकी फोटो को सेव और फिर मॉर्फ करके ब्लैकमेल करने लगते हैं।

मीटिंग करके ब्लैकमेलिंग : कई बार युवक अपनी फेसबुक फ्रेंड के परिवार की डिटेल लेकर उसके बर्थडे या अन्य किसी खास दिन मीटिंग के लिए बुला लेते हैं। उसी दौरान उससे झांसे में लेकर उसके साथ ली हुई फोटो या वीडियो के जरिए भी ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं।

केस स्टडी : युवती से दोस्ती की फिर वॉट्सएप से फोटो मंगाकर पोर्न साइट पर डालने की धमकी दे कर रहा ब्लैकमेल

दिल्ली के ही न्यू अशोक नगर थाना एरिया में रहने वाली 23 वर्षीय युवती को भी ऐसे ही एक युवक ने अपनी जाल में फंसा लिया। युवक ने फेसबुक के जरिए ही पहले युवती के फोटो व पोस्ट को लाइक व कमेंट करके फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। इसके बाद जब दोस्ती हो गई तो चैट करते हुए फोन नंबर लिया और वॉट्सएप पर वीडियो कॉलिंग के जरिए रिकॉर्डिंग कर ली। अब फोटो व वीडियो में एडिटिंग करके उसे अश्लील बनाकर पोर्न वेबसाइट पर डालने की धमकी दे रहा है। इसके एवज में उसे बार-बार किसी होटल में मिलने के लिए दबाव बना रहा है। इस संबंध में लड़की ने साइबर सेल को लिखित शिकायत दी है।

इससे बचने के लिए क्या करें

1- सोशल मीडिया जैसे फेसबुक पर इमोशन वाले पोस्ट शेयर करने से बचें क्योंकि इससे ही आप निशाने पर आती हैं।

2- फेसबुक पर अपने प्रोफाइल को लॉक रखें और अपनी पोस्ट को पब्लिक के बजाय सिर्फ फ्रेंड्स को देखने की अनुमति दें

3- कहीं घूमने जा रहे हैं तो उसकी लाइव अपडेट फेसबुक या दूसरे सोशल मीडिया पर ना दें। इससे क्रिमिनल आपको ट्रेस कर लेते हैं।

4- अगर आपको ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालनी ही हैं तो कुछ दिन बाद अपडेट करें ताकी लाइव जानकारी नहीं मिल सके।

5- अगर कभी भी जालसाजों के जाल में फंस जाएं तो ब्लैकमेल होने के बजाय तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।

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