- Home
- /
- जनज्वार विशेष
- /
- जनज्वार इम्पैक्ट :...
जनज्वार इम्पैक्ट : गाजियाबाद में अब नहीं बनेगा डिटेंशन सेंटर, योगी सरकार ने वापस लिया फैसला
जनज्वार। गाजियाबाद में डिटेंशन सेंटर बनाये जाने को लेकर जनज्वार ने 16 सितंबर को सबसे पहले वीडियो ग्राउंड रिपोर्ट की थी, जिसके बाद इस मुद्दे को मेनस्ट्रीम मीडिया समेत राजनीतिक पार्टियों ने भी मुद्दा बनाया। सोशल मीडिया पर भी बड़े पैमाने पर जनज्वार के ग्राउंड जीरो के वीडियो केा बड़े पैमाने पर देखा और शेयर किया था।
17 सितंबर को बसपा सुप्रीमो मायावती ने गाजियाबाद में डिटेंशन सेंटर बनाये जाने को लेकर ट्वीट किया था और कहा था कि गाजियाबाद में बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित बहुमंजिला डॉ. अम्बेडकर एससी/एसटी छात्र हास्टल को 'अवैध विदेशियों' के लिए यूपी के पहले डिटेन्शन सेन्टर के रूप में कनवर्ट करना अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। यह सरकार की दलित-विरोधी कार्यशैली का एक और प्रमाण। सरकार इसे वापस ले बीएसपी की यह माँग है।'
गाजियाबाद में बीएसपी सरकार द्वारा निर्मित बहुमंजिला डा. अम्बेडकर एससी/एसटी छात्र हास्टल को 'अवैध विदेशियों' के लिए यूपी के पहले डिटेन्शन सेन्टर के रूप में कनवर्ट करना अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। यह सरकार की दलित-विरोधी कार्यशैली का एक और प्रमाण। सरकार इसे वापस ले बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 17, 2020
आज शुक्रवार 18 सितंबर को आज तक में प्रकाशित खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में खुलने जा रहे डिटेंशन सेंटर के मसले पर योगी सरकार बैकफुट पर आ गई है। सरकार की ओर से अब इस फैसले को वापस ले लिया गया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही योगी सरकार ने गाजियाबाद में डिटेंशन सेंटर बनाये जाने की मंजूरी दी थी, जिसका निर्माण यूपी के समाज कल्याण द्वारा किया जाना था।
डिटेंशन सेंटर बनाये जाने के पीछे तर्क था कि इसमें उन लोगों को रखा जायेगा जो विदेशी हैं और जेलों में सजा काट चुके हैं और जिन्हें अपने देश भेजने में वक्त लग रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने भी डिटेंशन सेंटर बनाये जाने को लेकर मंजूरी दे दी थी।