देहरादून में बेरोजगार नौजवानों पर पुलिसिया लाठीचार्ज, मुकदमा दर्ज करने और सैकड़ों को जेल में डालने के खिलाफ रामनगर में प्रदर्शन
Ramnagar news : देहरादून में बेरोजगार नौजवानों पर पुलिस द्वारा किए गए बर्बर लाठीचार्ज, 4000 से ज्यादा नौजवानों पर मुकदमा दर्ज करने तथा बड़ी संख्या में नौजवानों को जेल डालने से आक्रोशित विभिन्न संगठनों ने सरकार एवं पुलिस कार्रवाई के विरोध में नारेबाजी करते हुए आज 11 फरवरी को मार्च निकाला।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग लखनपुर क्रांति चौक पर एकत्रित होकर उत्तराखंड सरकार होश में आओ, मुख्यमंत्री इस्तीफा दो, नौकरी में दलाली खाना बंद करो, लाठीचार्ज में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करो, नौजवानों पर दर्ज मुकदमे वापस लो, जेल में बंद नौजवानों की बिना शर्त रिहाई करो नारे लगाते हुए लखनपुर क्रांति चौक से रानीखेत रोड, कोसी रोड, ज्वाला लाइन, कोतवाली होते हुए भगत सिंह चौक तक मार्च निकाला।
भगत सिंह चौक पर किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती के संचालन में हुई सभा में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी समाजवादी लोकमंच के संयोजक मुनीष कुमार, इंकलाबी मजदूर केंद्र के महासचिव रोहित रूहेला, बेरोजगार संगठन के संतोष, पछास के विनोद, उत्तराखंड छात्र संगठन की मेघा, आइसा के सुमित, सीमा, राज्य आंदोलनकारी पान सिंह नेगी ने देहरादून में बेरोजगार नौजवानों पर बर्बर लाठीचार्ज की कार्रवाई को मोदी धामी सरकार की तानाशाही बताते हुए उसे सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया व रोजगार को मौलिक अधिकार में शामिल करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने देहरादून एसएसपी एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने, बेरोजगार नौजवानों पर दर्ज मुकदमे रद्द करने, जेल में बंद सभी बेरोजगार नौजवानों को बिना शर्त रिहाई करने, पेपर लीक मामले की सीबीआई या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की देखरेख में जांच करने की मांग की।
प्रदर्शन करने वालों में सरस्वती जोशी, किरण आर्य, तुलसी छिम्बाल, इंद्र सिंह मनराल यूकेडी, महेश जोशी, कौशल्या, एडवोकेट विक्रम सिंह मवाड़ी भाकपा माले, शिवेंद्र, हरीश पंडित, सुनील परनवाल, रईस अहमद, लालता श्रीवास्तव, सूरज सैनी, कमल शर्मा, दीपक सुयाल, महेश जोशी, कपिल शर्मा, आंचल कश्यप, शोभा सैनी, अलीना, छाया, मोनिका, संतोष, सायना, खुशबू, इकरा, शमा, पान सिंह नेगी, विनोद, मेघा, सुमित, सीमा, संतोष, रोहित रूहेला, मुनीष कुमार, प्रभात ध्यानी, ललित उप्रेती समेत दर्जनों की संख्या में लोग शामिल थे।