लखनऊ के अकबरपुर में सौंदर्यीकरण के नाम पर गरीबों के 45 साल पुराने आशियानों पर चला योगी का बुल्डोजर
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लखनऊ। योगीराज में राजधानी लखनऊ के महानगर स्थित अकबरनगर में सौंदर्यीकरण के नाम पर आज सोमवार 26 फरवरी को गरीबों के आशियाने पर फिर से बुलडोजर चलाया गया है, जिसका भाकपा (माले) ने कड़ा विरोध किया है। माले का कहना है कि योगी आदित्यनाथ का संवेदनहीन और निरंकुश बुल्डोजर राज गरीबों के लिए आफत बन गया है।
अकबरनगर में लगभग 22000 घर हैं, जहां दर्जनों स्कूलों के अलावा धार्मिक स्थल यानी मस्जिद/मंदिर भी मौजूद हैं। यहां के लोग 45 साल पुराने हाउस टैक्स और वाटर टैक्स के बिल दिखाकर सवाल कर रहे हैं कि आखिर वह कहां जायें, उनका तो आशियाना ही उजाड़ दिया है योगी बाबा ने। सोशल मीडिया पर अकबरनगर की जनता के तमाम वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें रोते—बिलखते लोग अपना कसूर पूछ रहे हैं और कह रहे हैं कि आखिर वह कहां जायेंगे, उनका तो सबकुछ लुट गया है।
राज्य सचिव सुधाकर यादव का कहना है कि जो गरीब अपनी फरियाद हाईकोर्ट तक नहीं पहुंचा पाए, उनके आशियाने जबरन उजाड़े आ रहे हैं। ये लोग पिछली 3 पीढ़ियों से यहां आबाद हैं। बिजली, पानी, सीवर का टैक्स भी भरते रहे हैं। अब अचानक से इनकी रिहायश को अवैध बता दिया गया।
आज सोमवार 26 फरवरी को सुबह से ही बाबा के बुल्डोजरों ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरु कर दी है। उजाड़े जा रहे परिवारों में से कई परिवार सरकारी योजना में अन्य जगहों पर धनराशि के भुगतान पर घर लेने में सक्षम भी नहीं होंगे। इनकी आजीविका भी प्रभावित होगी। कायदे से सरकार को सभी गरीबों को मुफ्त आवास व आजीविका का बंदोबस्त करना चाहिए, लेकिन सरकार की रुचि गरीबों की बेदखली में है, उचित पुनर्वास में नहीं। यह जनपक्षधरता नहीं, कॉरपोरेटपरस्ती है।
माले ने कहा, भाजपा गरीबों की मदद का ढोंग करती है। उसकी नीतियां गरीब-मजदूर-किसान विरोधी और कारपोरेट के हित में हैं। उसे आने वाले चुनाव में सबक सिखाना होगा।