Begin typing your search above and press return to search.
आजीविका

UP : मुजफ्फरनगर का एक गांव जहां 1300 की वोटिंग में 600 सांड, फसल की बर्बादी से तबाह होते किसान

Janjwar Desk
4 Aug 2021 3:54 PM IST
UP : मुजफ्फरनगर का एक गांव जहां 1300 की वोटिंग में 600 सांड, फसल की बर्बादी से तबाह होते किसान
x

हरचंदपुर गांव में 1300 की वोटिंग में 600 सांड हैं.

हरचंदपुर में अधिकतर किसान अन्ना डांगर यानी छुट्टा सांडों को लेकर परेशान रहते हैं। फसल तबाह होने से दिक्कतों का सामना भी करते हैं। 1300 की वोटिंग वाले इस गांव में 600 छुट्टा सांड होने बताए जाते हैं। जो फसलों को तबाह कर जाते हैं...

जनज्वार, मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश का जिला मुजफ्फरनगर यहां के त्यागी सुमदाय को लेकर खासा चर्चित रहता है। गुर्जरों की जाति में आती है, त्यागी बिरादरी। इस जनपद में एक गांव पड़ता है हरचंदपुर। इस गांव में कुल 1300 की वोटिंग है। किसान बहुल इस गांव में अच्छी-खासी खेती होती है, बावजूद इसके किसान परेशान रहते हैं।

हरचंदपुर गांव में पुरूषों और महिलाओं का सरकार के प्रति अलग-अलग नजरिया है। यहां के ज्यादातर लोग भाजपा सरकार के पक्ष में हैं और इस चुनाव योगी को जीताने के प्रयास में हैं। अधिकतर का मानना है कि योगी-मोदी से मतलब नहीं है इनका मतलब सिर्फ और सिर्फ भाजपा से है। इनका वोट भाजपा को जाएगा, लड़े कोई।

पुरूषों की अपेक्षा महिलाएं भाजपा के विरोध में हैं। नाली, सड़क, मंहगाई, राशन वगैरा की दिक्कतें गिनाकर महिलाएं अपने घर के पुरूषों से मतभिन्न मुद्रा में नजर आती हैं। गांव की महिलाएं कहती हैं, कि पुरूषों को घर और रसोई से क्या मतलब रहता है, इस कारण उन्हें पता भी नहीं रहता की भाजपा सरकार में मंहगाई कहां पहुँच गई।

इतनी वोटिंग वाले गांव हरचंदपुर में अधिकतर किसान अन्ना डांगर यानी छुट्टा सांडों को लेकर परेशान रहते हैं। फसल तबाह होने से दिक्कतों का सामना भी करते हैं। 1300 की वोटिंग वाले इस गांव में 600 छुट्टा सांड होने बताए जाते हैं। जो फसलों को तबाह कर जाते हैं।

भाजपा के पक्ष वाले त्यागियों की अपेक्षा कई यहां ऐसे भी त्यागी हैं, जो योगी मोदी से खासे खफा भी हैं। इनका मानना अलग है। इनका भी मुद्दा वही है, जो यहां की तमाम महिलाओं का है। हरचंदपुर नाम का यह गांव भाजपा में मंत्री नरेश बालियान के गृह जनपद में आता है।

गौरतलब है कि, मुजफ्फरनगर जिला यूपी में गन्ना किसानो की बेल्ट के रूप में जाना जाता है। गेंहूँ और गन्ना की फसल यहां के किसान उगाकर चीनी मिलों को भेजते हैं। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गन्ना समर्थन मूल्य का मुद्दा भी इस चुनाव अच्छा प्रभाव डालता नजर आएगा। फिलहाल समस्या सांड बने हुए हैं।

Next Story

विविध