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अल्मोड़ा के दलित युवा की सवर्ण लड़की से शादी के एक हफ्ते बाद ही ससुरालियों ने कर दी हत्या, नवविवाहिता ने पहले ही पुलिस अधीक्षक के पास जान बचाने की लगायी थी गुहार
सौतेले पिता के उत्पीड़न से तंग आकर गीता ने दलित लड़के जगदीश के साथ बसाया था अपना नया संसार, मगर उसकी खुशियों में ग्रहण लगाया परिजनों ने ही
Almora Crime news : जातीयता सड़ांध के लिए कुख्यात उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक और दलित युवक को निर्मम हत्या कर दी। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके इस ऊर्जावान युवक का गुनाह एक ऐसी सवर्ण युवती से विवाह करना था जो खुद अपने घर में दमित जीवन जीने को अभिशप्त थी। प्रेम विवाह करने वाले इस जोड़े की खुशियां जातीयता दंभी समाज को नहीं सुहाई। सप्ताह भर बाद ही युवक का अपहरण कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। हैरानी की बात यह है कि युवती ने पति की हत्या से तीन दिन पूर्व ही इस बात की आशंका व्यक्त करते हुए अल्मोड़ा एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
घटनाक्रम के अनुसार उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के टिकट पर सल्ट विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके सल्ट के पनुवाधौखन निवासी जगदीश चंद्र पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था। शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह के साथ रहती थी। एक दलित युवक से इस लड़की का शादी करना उसके सौतेले भाई और पिता और मां को रास नहीं आया। तीनों ने मिलकर जगदीश का अपहरण कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद जब हत्यारे जगदीश के शव को ठिकाने लगाने ले जा रहे थे तभी पुलिस ने उनको लाश के साथ ही पकड़ लिया।
पहले ही हत्या की आशंका व्यक्त कर चुकी थी जगदीश की नवविवाहिता पत्नी
दलित युवक से विवाह करने के बाद अपनी व अपने पति की सुरक्षा को लेकर आशंकित जगदीश की पत्नी गीता उर्फ गुडडी पुत्री नन्दन सिंह ने अपने पति की हत्या से तीन दिन पहले ही अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर आरोपियों से जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इस पत्र में गीता ने अपने व जगदीश के संबंधों का पूरा खुलासा करते हुए कहा था कि
'महोदय सविनय निवेदन इस प्रकार है कि उसके पिता नन्दन सिंह ने मेरी माता श्रीमती भावना देवी एवं प्रार्थिनी उसके भाई ललित सिंह, कैलाश सिंह का परित्याग कर दिया था। इसके बाद मेरी माता भावना देवी जोगा सिंह ग्राम बेल्टी पो० सिनार तहसील निविद्यासैण के साथ हम सबको लेकर रहने लगी। जिस वक्त यह हुआ तब मैं आठवीं कक्षा में पढ़ती थी। मेरे सौतेले बाप ने मेरी स्कूल की पढ़ाई छुड़वा कर मुझे कृषि कार्य एवं अन्य कठोर श्रम में लगा दिया था। काम कम होने पर काफी डांट-फटकार कर कभी पीटा जाता था। सौतेला भाई गोविन्द सिंह भी डाट फटकार कर कभी मारने आता था। मेरी माता द्वारा मना करने पर मेरी माता को भी डांटा जाता था। घर वालों की रोज-रोज की डांट-फटकार से परेशान और असुरक्षित होकर माताजी ने मेरी दशा को देखकर मुझे सलाह दी कि तू अब बड़ी हो गयी है तो किसी अच्छे सीधे-साधे लड़के के साथ रहकर अपना जीवन यापन कर।'
एक वर्ष पूर्व जगदीश चन्द्र पुत्र केश राम निवासी ग्राम व पोस्ट पनुवाधीखन, तहसील सल्ट जिला अल्मोड़ा से अचानक भिकियासैण के बाजार में मुलाकात हुई कुछ समय बाद जगदीश चन्द्र हमारे गाँव में जलजीवन मिशन के अन्तर्गत घर-घर नल का कार्य करने आये तो मैने इनको पहचान लिया। उसके बाद हमारी लगातार बात-चीत होती रही। मैने जगदीश को अपना जीवन साथी बनाने की नियत से अपनी माता को जगदीश चन्द्र से मिलवाया। माताजी ने जगदीश चन्द्र से बातचीत कर इस रिश्ते के लिए हामी भर दी।
हम शादी करना चाहते थे, परन्तु मेरे पास प्रमाणपत्र नहीं थे। मैं अपने प्रमाण पत्र की व्यवस्था कर रही थी कि इसी बीच मेरा सौतेला बाप अचानक 16 जून को अल्मोडा से मुझे जबरदस्ती अपने साथ ले गये। जहां मेरे साथ मारपीट कर कहा अगर भविष्य में तूने ऐसा किया तो मैं तुझे जान से मार दूंगा। मैं तंग आकर 7 अगस्त की रात अपने घर से भागकर जगदीश के कमरे में पहुंच गयी। हमने आपस में पति-पत्नी के रूप में रहने का फैसला करते हुए 21 अगस्त को ईश्वर को साक्षी मानकर गैराड़ मन्दिर जिला अल्मोड़ा में हिन्दू रीति-रिवाज से शादी कर ली।
शादी के बाद मुझे व मेरे पति जगदीश चन्द्र को मेरे सौतेले बाप जोगा सिंह सौतेला भाई गोविन्द सिंह से जान का खतरा बना हुआ है। मेरा सौतेला बाप व सौतेले भाई ने कहा कि तुझे व जगदीश चन्द्र को हम मार देंगे। हम लोग छिपकर अपना जीवन यापन कर रहे है। इसलिए मेरे सौतेले बाप व भाई के खिलाफ कार्यवाही कर हमें सुरक्षा दी जाए।
अपहरण कर ले गए और हत्या कर दी
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने बताया है कि दलित से विवाह की सूचना के बाद से सौतेले परिजन उसके पति के जान के दुश्मन बने हुए थे। आरोप है कि गुरुवार को जगदीश के ससुराल वालों ने उसे भिकियासैंण में पकड़ लिया था। उसके बाद वह लोग उसे एक गाड़ी से अपहरण कर ले गए। उसके बाद बेरहमी से जगदीश की हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस और राजस्व की टीम ने देर शाम गाड़ी से जगदीश का लहुलूहान शव बरामद कर लिया।
रानीखेत में हो रहा है पोस्टमार्टम
जगदीश का शव बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित चिकित्सालय ले जाया गया है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम होने पर शुक्रवार को ही दोपहर बाद जगदीश का शव उसके घर पहुंचने की संभावना है।
दो बार सल्ट विधानसभा से चुनाव लड़ चुका था जगदीश
जातिवाद की बेदी की भेंट चढ़ा जगदीश अपने गांव का एक होनहार और सभी के दुख तकलीफ में काम आने वाला युवक था। पेशे से प्लंबर (नल फिटिंग) जगदीश को उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने पहली बार सल्ट विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। इसके बाद हालिया विधानसभा के आम चुनाव में भी जगदीश उपपा प्रत्याशी रहा।