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Azamgarh News : पूछताछ के नाम पर पुलिस ने 4 दिन पहले युवक को उठाया, अब बुल्डोजर से घर गिराने की दे रहे हैं धमकी
![Azamgarh News : पूछताछ के नाम पर पुलिस ने 4 दिन पहले युवक को उठाया, अब बुल्डोजर से घर गिराने की दे रहे हैं धमकी Azamgarh News : पूछताछ के नाम पर पुलिस ने 4 दिन पहले युवक को उठाया, अब बुल्डोजर से घर गिराने की दे रहे हैं धमकी](https://janjwar.com/h-upload/2021/12/15/614513-brijesh-yadav.jpg)
तरवां थाना पुलिस ने बृजेश यादव को 12 दिसंबर को पूछताछ के नाम पर उठाया था।
लखनऊ न्यूज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि उनके रहते किसी गुंडागर्दी नहीं चलेगी, लेकिन सीएम साहब अपनी ही पुलिस की गुंडागर्दी का क्या करेंगे, इस पर कुछ नहीं बोलते। वर्दीवालों की गुंडागर्दी इस कदर हावी है कि आजमगढ़ जिले के तरवां थाना पुलिस ने चार दिन पहले एक युवक को पूछताछ के नाम पर उठाया और अभी तक छोड़ा नहीं है। परिजनों की ओर से छोड़ने की गुहार लगाने पर पुलिस ने घर को बुल्डोजर से गिराने की धमकी दी है।
1076 पर शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
अब इस मामले को रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने उठाया है। उन्होंने बताया है कि बृजेश यादव के पिता अक्षैवर यादव, ग्राम सरायभादी, थाना तरवां जनपद आजमगढ़ ने सूचित किया है कि उनके बेटे बृजेश को 12 दिसंबर 2021 शाम 6 बजे के तकरीबन तरवां थाने की पुलिस ने पूछताछ के नाम पर जबरन उठा लिया था। परिजन बृजेश की रिहाई के लिए थाने पर गए तो वर्दीवाले गालीगलौज उतर आए। इतना ही नहीं, थाना पुलिस ने घर को बुल्डोजर से गिरा देने की धमकी भी दी है। साथ ही परिजनों को थाने से भगा दिया। परिजनों ने 1076 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवाई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रिहाई मंच ने की बृजेश के रिहाई की मांग
रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव ने कहा कि पिछले चार दिनों से बृजेश यादव को गैरकानूनी तरीके से थाने में रखना नागरिक के मानवाधिकारों के हनन का गंभीर मामला है। बृजेश के परिजनों को आशंका है कि उनके बेटे को फर्जी मुकदमें में फंसा दिया जाएगा।
मामले की जांच कराकर सच्चाई सामने लाए पुलिस
पुलिस के असहयोगी रवैये और मानमानी को देखते हुए रिहाई मंच ने पुलिस महानिदेशक समेत आला अधिकारियों से मांग की है कि बृजेश यादव को गैरकानूनी हिरासत से रिहा करवाते हुए इस मामले की जांच कराकर सच्चाई सामने लाई जाए, जिससे परिजनों को बेवजह परेशानी का सामना न करना पड़े।