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राजस्थान में अंबेडकर का पोस्टर लगाने पर दलित युवक की OBC के दबंगों ने पीट-पीटकर की हत्या
विनोद मेघवाल : अंबेडकर जयंती मनाना और घर पर पोस्टर लगाना नहीं आया ओबीसी के गुंडों को रास, पीट-पीटकर कर दी हत्या
जनज्वार। दलितों के साथ उच्च जातियों द्वारा उत्पीड़न की तमाम खबरें आये दिन मीडिया की सुर्खियां बनती रहती हैं, मगर अब पिछड़ी जातियां भी दलितों का शोषण करने में बढ़-चढ़कर सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के हनुमानगढ़ से सामने आ रहा है, जहां पिछड़े समुदाय के लोगों ने दलित युवक को इसलिए नृशंसता से पीटा, क्योंकि उसने अपने मकान पर अंबेडकर का पोस्टर लगाया था। एक दिन बाद गंभीर रूप से घायल दलित युवक की मौत भी हो गयी।
मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक यह घटना राजस्थान के हनुमानगढ़ में 5 जून को पिछड़ी जाति से संबंध रखने वाले समुदाय के लोगों ने विनोद नाम के युवक की पीट-पीटकर हत्या सिर्फ इसलिए कर दी, क्योंकि उसने अपने घर पर अंबेडकर का पोस्टर लगाया था।
#JusticeForVinod A living example of caste terrorism in india our vinod was murdered only because He celebrated ambedkar jayanti in which many people were murdered in the spirit of revenge by castiest people it questioned the social harmony unity integrity of india make it stand pic.twitter.com/SRq1DX4at3
— Md Saifff 🇮🇳 (@aimim_saif) June 7, 2021
मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक दलित युवक विनोद मेघवाल राजस्थान के हनुमानगढ़ का रहने वाला था और भीम आर्मी से जुड़ा हुआ था।
विनोद मेघवाले के परिवार द्वारा आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गयी एफआईआर के मुताबिक, 14 अप्रैल को विनोद मेघवाल और उनके भाई मुकेश मेघवाल ने अपनी जाति के ही कुछ अन्य युवाओं के साथ मिलकर गांव में ही भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई और अपने मकान पर आंबेडकर का बैनर भी लगाया था।
हमारे साथी विनोद मेघवाल की हत्या जातिवादियो ने कर दी।
— Anil Dhenwal -ASP (@Anil_aazad) June 7, 2021
पूरे समाज मे आक्रोश है @ashokgehlot51
जल्द आरोपियो को पकड़कर फास्टट्रैक कोर्ट में सुनवाई, परिवार को 50लाख ₹, सरकारी नोकरी दे।
न्याय के लिये सड़के जाम होगी।
भीमआर्मी हर जिले मे DM आफिस की तालाबंदी करेगी।
सभी कल रावतसर पहुंचे। pic.twitter.com/L7haXlQKck
एफआईआर के मुताबिक 24 मई 2021 को स्थानीय युवक राकेश सिहाग और उनके भाई अनिल सिहाग उनके घर पहुंचे और घर के बाहर लगे बाबा साहेब के बैनर को फाड़ दिए। FIR में मृतक विनोद के परिजनों ने जानकारी दी है कि राकेश सिहाग और अनिल सिहाग जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। पोस्टर फाड़ने की घटना के बाद दोनों पक्षों में विवाद हुआ, जिसके बाद पंचायत ने दोनों को बुलाकर राजीनामा करवाया था।
Hanumangarh district of Rajasthan. This incident is very condemnable and dangerous.
— vinod kumar (@v__jay_vinod) June 8, 2021
Where is zee news rajasthan,
Politicians and social servants.#JusticeForVinod pic.twitter.com/aQtMAsJ4OK
मृतक विनोद के परिजनों द्वारा दर्ज एफआईआर के मुताबिक इस घटना के बाद 5 जून की शाम को राकेश सिहाग और उसके कुछ साथियों ने विनोद मेघवाल और उसके मुकेश मेघवाल को उनके खेत के पास रोका और गाली-गलौच के साथ-साथ मारपीट भी शुरू कर दी। राकेश सिहाग और उसके साथियों ने विनोद और मुकेश को बुरी तरह पीटा। विनोद मेघवाल के सिर पर लाठियों से बुरी तरह वार किया गया, जिससे उसकी हालत बहुत खराब हो गयी। उसे मरा हुआ जानकार हमलावर वहां से भाग गये।
परिवार वाले विनोद को गंभीर हालत में स्थानीय रावतसर अस्पताल ले गये, जहां से स्थिति क्रिटिकल होने के कारण उसे हनुमानगढ़ अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, जिसके अगले ही दिन यानी 6 जून को इलाज के दौरान विनोद मेघवाल की मौत हो गयी।
आरोपियों पर इस मामले में धारा 302 और SC-ST ऐक्ट समेत तमाम धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने परिवार द्वारा नामजद 4 आरोपियों में से 2 अनिल सिहाग और राकेश सिहाग को गिरफ्तार कर लिया है।
राजस्थान के हनुमानगढ़ मे भीम आर्मी के साथी भाई विनोद मेघवाल की जातिवादियों के द्वारा हत्या की गई। @PoliceRajasthan मुख्य आरोपियों को बचा रही है।
— Himanshu Valmiki (@HimanshuValmi13) June 7, 2021
सभी साथी 08/06/21 को सुबह 10 बजे #राजस्थान_भवन दिल्ली पहुंचे।
हम विनोद मेघवाल के हत्यारों को सजा दिलाकर रहेंगे @ashokgehlot51 @CPDelhi
परिजनों द्वारा दर्ज एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि जब पिछड़ी जाति के युवाओं ने विनोद और उसके भाई पर हमला किया तो वो लोग मारपीट और जातिवादी गालियां देने के साथ लगातार एक ही बात कह रहे थे कि आज हम तुम्हें तुम्हारा अंबेडकरवाद याद दिलायेंगे।
विनोद मेघवाल की मौत के बाद मेघवाल समाज और भीम आर्मी ने स्थानीय स्तर पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। आंबेडकर का बैनर फाड़ने वाली बात से माहौल वहां पहले ही तनावपूर्ण था और विनोद की मौत के बाद तनाव और ज्यादा बढ़ गया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस मामले में DSP रणवीर मीणा ने पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द निलंबित किया जाये। प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग उठायी है।
घटना की जानकारी सामने आने के बाद ट्वीटर पर #JusticeForVinod ट्रेंड करने लगा और लोग लगातार न्याय की गुहार लगा रहे हैं। भीम आर्मी ने इसके बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन की भी अपील की।