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हाशिये का समाज

Auraiya News : औरैया में शिक्षक की पिटाई से मरने वाले दलित छात्र क़ो लेकर बवाल थमने का नहीं ले रहा नाम, पथराव के बाद फूंका पुलिस वाहन

Janjwar Desk
26 Sept 2022 11:37 PM IST
Auraiya News : औरैया में शिक्षक की पिटाई से मरने वाले दलित छात्र क़ो लेकर बवाल थमने का नहीं ले रहा नाम, पथराव के बाद फूंका पुलिस वाहन
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Auraiya News : औरैया में शिक्षक की पिटाई से मरने वाले दलित छात्र क़ो लेकर बवाल थमने का नहीं ले रहा नाम, पथराव के बाद फूंका पुलिस वाहन

10वीं में पढ़ने वाले दलित छात्र ने सामाजिक विज्ञान की जगह लिख दिया था समाजक विज्ञान तो नाराज शिक्षक ने डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया, इलाज के दौरान 18वें दिन हो गयी मौत, अब गुस्साये लोग कर रहे प्रदर्शन

Auraiya News : उत्तर प्रदेश के औरैया में एक दलित छात्र को टीचर ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि टीचर ने क्लास में बच्चों का टेस्ट लिया था। इसमें निखिल नाम के दलित छात्र ने ओएमआर सीट में एक खाने की जगह दो खाने ब्लैक कर दिए थे और सामाजिक विज्ञान की जगह समाजक विज्ञान लिख दिया था। इस बात से नाराज टीचर ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई।

घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार 26 सितंबर को स्कूल बंद कर दिया गया। आरोपी टीचर फरार है, पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शाम को शव परिजनों को सौंप दिया गया। लेकिन इधर परिजन शव को एंबुलेंस से सीधे स्कूल लेकर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उधर भीम आर्मी के सदस्य भी गांव पहुंच गए और हंगामा किया।

DIOS चन्द्रशेखर मालवीय ने बताया कि शिक्षक को निलंबित करने के आदेश कॉलेज प्रबन्धक को दे दिए गए हैं। विधिक कार्रवाई में भी विभाग सहयोग करेगा।

परिजनों का कहना है कि मांग माने जाने तक शव उठने नहीं देंगे। परिजनों की पुलिस अधिकारियों से करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। तनाव को देखते हुए फोर्स और PAC बुलाई गई है। हालांकि देर रात परिजन छात्र के शव को लेकर गांव चले गए हैं। जिसके बाद पुलिस भी गांव के लिए रवाना हुई है।

इसके पहले उपद्रवियों ने एक पुलिस जीप में आग लगा दी। मौके पर उपद्रवियों के अलावा सभी लोग 500 मीटर दूर खड़े रहे। पास जाने पर उपद्रवी पथराव कर रहे थे। इतना ही नहीं, उपद्रवियों ने जिलाधिकारी की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की है।

घटनास्थल से मिले इनपुट के मुताबिक, भारी पुलिस फोर्स को देखकर उपद्रवी कॉलेज में छिप कर बैठ गए हैं। SP चारू निगम उनसे बाहर निकलने का आग्रह कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'बिल्डिंग से उतर कर आप लोग बाहर आ जाइए। आप बच्चे ही हैं। आकर इधर लाइन में खड़े हो जाएं। जीप अभी पूरी जली नहीं है। इसमें ब्लास्ट हो सकता है। बाकी लोग भी दूर रहें।' SP चारू निगम के साथ DM भी मौजूद रहे। हालांकि कॉलेज में छिपे उपद्रवी पुलिस फोर्स आने की सूचना पर वहां से फरार हो चुके थे। क्योंकि पुलिस वालों ने जब कॉलेज में अंदर जाकर देखा, तो वहां पर कोई नहीं था। इसे बाद पुलिस ने पूरे कस्बे में पैदल मार्च किया।

आरोपी टीचर की गिरफ्तारी के लिए लगी टीमें

एसपी चारु निगम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। चारु निगम ने बताया कि कॉलेज की एक अलमारी में टेस्ट की कॉपी रखी है, जिसकी चाबी आरोपी शिक्षक के पास है। उस रूम को बंद कर दिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह पता चला है कि ओएमआर सीट में एक खाने की जगह दो या तीन खाने ब्लैक कर दिए थे और सामाजिक विज्ञान में सामाजिक की जगह समाजक लिखा था। अब कॉपी देखने के बाद ही सही पता चल सकता है कि क्या गलत लिखा था। गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं।

क्या है परिजनों की डिमांड

परिजनों की मांग है कि, अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो। पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। पीड़ित परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को शहरी आवास दिया जाए। कहा है कि पीड़ित परिवार को ग्राम समाज भूमि से 2 एकड़ का पट्‌टा दिया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस दिया जाए। इसके अलावा अभियुक्तों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए। यह कुल सात मांगे परिवार ने प्रशाशन के सामने रखी हैं।

क्या है पूरा मामला?

अछल्दा थाना क्षेत्र के कस्बा फफूंद रोड स्थित आदर्श इंटर कालेज में वैशोली गांव निवासी 15 साल का निखित कुमार दसवीं में पढ़ता था। उसके पिता राजू दोहरे ने बताया, '7 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्विनी सिंह ने क्लास में टेस्ट लिया था। टेस्ट के लिए मेरे बेटे ने खूब पढ़ाई भी की थी। वह पढ़ने में ठीक था, लेकिन टेस्ट में उसने कोई शब्द गलत लिख दिया। उसी बात को लेकर टीचर अश्विनी सिंह ने मेरे बेटे को बाल पकड़ कर लात घूसों और डंडों से इतना पीटा कि वह स्कूल में ही बेहोश हो गया।' इसके बाद इलाज के दौरान उसकी 18वें दिन मौत हो गई।

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