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हाथरस का पीड़ित परिवार करेगा धर्म परिवर्तन, हिन्दू धर्म छोड़ बुद्ध की लेगा शरण
जनज्वार। हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म कांड के बाद से पीड़ित परिवार के साथ सामजिक रुप से जाति के आधार पर हुए बुरे व्यवहार के कारण पीड़िता का परिवार हिंदू धर्म को छोड़ बौद्ध धर्म को अपनाने जा रहा है। इसकी जानकारी बाबा साहेब के परपोते और पीड़ित परिवार का केस लड़ने जा रहे राजरत्न अम्बेडकर ने दी अपने दिए बयान में उनका कहना था कि, "आज सुबह हम लोगों ने हाथरस के पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की है। जिसके बाद हिंदू धर्म में उनके साथ हो रहे भेदभाव के बाद उन्होंने बुद्ध को अपना लिया है, और अब बाबा साहब के कहे आदेशों का पालन करते हुए वह 14 अक्टूबर को बौद्ध धर्म को अपनाने जा रहे हैं।
उनका कहना था कि जब मैं परिवार के पास मिलने गया तो वो काफी ज्यादा दुखी थे, जिसके बाद परिवार को बुद्ध की मूर्ति दी। उन्होंने तमाम काल्पनिक देवी-देवता की मूर्तियों को हटाकर बुद्ध की प्रतिमा को वहां रख दिया। अब परिवार को 14 अक्टबूर को बुद्ध धर्म में परिवर्तन करा दिया जाएगा, लेकिन ये केवल एक ही परिवार के लिए नहीं है। वो सभी जातियां जिन्हें हिंदू धर्म में तुच्छ समझा गया है, ऐसे धर्म को छोड़ बाबा साहेब के दिए निष्कर्ष पर आगे बढ़ कर बौद्ध धर्म अपनाना चाहिए।
परिजनों के साथ हुई मुलाकात के बाद अब परिवार के लोगों ने इच्छा जाहिर करते हुए अब कूड़ा करकट को नहीं उठाने का वादा किया है। इसके अलावा देशभर में एक आंदोलन चलाया जा रहा है, जिसमें वाल्मीकि समाज के लोग कूड़े को उठा कर डीएम ऑफिस के बाहर रख रहे है। उनका कहना था कि केवल कूड़े को ही नहीं बल्कि ऐसे धर्म को भी कूड़े में फेंकना होगा जिसने हमें ये सब करने में विवश किया है।
सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ उठाए जा रहे बयानों पर उनका कहना था कि क्योंकि पीड़िता ने मरने से पहले वीडियो में बोला था कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जिसके आधार पर चाहे मोदी हो या योगी या उनका प्रशासन कोई भी आरोपियों को नहीं बचा सकता। इसके अलावा डीएम, पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाने वाले डॉक्टर समेत वो तमाम अधिकारी जिन्होंने नियमों को उल्लघंन किया, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि यूपी में हाथरस के चंदपा गांव में दलित बिटिया के साथ हुए दुष्कर्म का मामला अब पूरी तरह से तूल पकड़ चुका है। पहले जो प्रशासन पीड़िता के घर से मीडिया को दूर रख रहा था। भारी विरोध होने के बाद पीड़िता से परिवार को मिलने दिया गया। जिसके बाद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत अन्य नेताओं ने पीड़िता के परिवार के साथ मुलाकात की है। इस दौरान कल 5 अक्टूबर राज्यसभा के सांसद संजय सिंह पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आए थे। तो उनके ऊपर स्याही गिरा दी गई थी, जिसके बाद काफी तनाव हो गया था।