Begin typing your search above and press return to search.
हाशिये का समाज

सोनीपत में दलित लड़की से दर्जनभर पुलिसकर्मियों के नृशंस गैंगरेप मामले में हाईकोर्ट ने मांगा खट्टर सरकार से जवाब

Janjwar Desk
5 Nov 2020 8:28 AM GMT
सोनीपत में दलित लड़की से दर्जनभर पुलिसकर्मियों के नृशंस गैंगरेप मामले में हाईकोर्ट ने मांगा खट्टर सरकार से जवाब
x
पुलिस द्वारा गांव बुटाना की रहने वाली दो लड़कियों को भी साजिश में शामिल बता कर गिरफ्तार कर लिया था, जिसमें एक दलित लड़की नाबालिग थी जिसके साथ पुलिस हिरासत में सामूहिक बलात्कार किया गया था....

जनज्वार। हरियाणा के सोनीपत में बुटाना गांव निवासी नाबालिग दलित लड़की से 10-12 पुलिसकर्मियों ने पुलिस हिरासत में गैंगरेप किया। घटना के बाद सोनीपत के दर्जनों सामाजिक संगठनों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किये जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और 30 जुलाई को FIR दर्ज की गयी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई फिर भी नहीं की गई। अब उच्च न्यायालय ने मामले में सरकार से जवाब तलब किया है।

घटना से आहत पीड़िता की मां द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिस पर हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस भेजा है। नोटिस में हरियाणा सरकार से 16 नवंबर तक जवाब देने को कहा गया है। उच्च न्यायालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर यह जवाब मांगा है।

पीड़िता की तरफ से याचिका दायर करने वाले एडवोकेट राजेंद्र सिंह बैंस के मुताबिक पीड़ित लड़की की मेडिकल बोर्ड से जांच की मांग की गई है। साथ ही मामले में पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों पर आरोप हैं। इसलिए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर याचिका दायर की गई है, जिसमें माननीय उच्च न्यायालय ने नोटिस जारी कर 16 नवंबर तक जवाब मांगा है।

गौरतलब है ​कि 30 जून की रात को दो पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद मुख्य आरोपी अमित का कथित एनकाउंटर कर दिया गया था और पुलिस द्वारा गांव बुटाना की रहने वाली दो लड़कियों को भी साजिश में शामिल बता कर गिरफ्तार कर लिया था, जिसमें एक दलित लड़की नाबालिग थी जिसके साथ पुलिस हिरासत में सामूहिक बलात्कार किया गया था।

घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी दलित नाबालिक लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज न किये जाने के बाद सोनीपत के दर्जनों सामाजिक संस्थाओं ने आंदोलन किया था। इस आंदोलन में एक संघर्ष समिति का गठन किया गया था, जिसने पुलिस को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था।

मामले को मुख्य तौर पर उठाने वाले छात्र अभिभावक संघ और आम आदमी पार्टी नेता विमल किशोर ने जनज्वार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आप के माध्यम से ही सबसे पहले इस संवेदनशील मुद्दे को उठाया गया था। विमल किशोर ने जनज्वार की तारीफ करते हुए कहा कि जब किसी भी मीडिया ने इस मामले को उठाने से कन्नी काटी थी, उस समय जनज्वार ने सबसे पहले आकर ग्राउंड रिपोर्ट की थी।

छात्र अभिभावक संघ के संयोजक विमल किशोर ने कहा कि आप लोगों की उठाई गई मुहिम से हम लोगों को हिम्मत मिली और आज नतीजे सामने आ रहे हैं। हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सरकार से जवाब तलब किया है और खुद उन्हें आज डीसीपी ने मामले में अपने आफिस बुलवाया है। उम्मीद है बिटिया को जल्द न्याय मिलेगा और दोषी पुलिसकर्मियों को सजा।

गौरतलब है कि जनज्वार में प्रमुखता से 12 पुलिसकर्मियों द्वारा दलित लड़की के गैंगरेप की ग्राउंड रिपोर्ट सामने आने के बाद भीम आर्मी समेत विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक संगठनों ने इस कांड के विरोध में धरना—प्रदर्शन किया था और पीड़िता को न्याय देने की मांग की थी। इन संगठनों के प्रतिनिधियों को उपायुक्त महोदय ने आज 5 अक्टूबर को अपने कार्यालय बुलाया। 29 अक्टूबर को भीम आर्मी सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उपायुक्त महोदय तथा पुलिस अधीक्षक महोदय से मिलकर सारे मामले की जांच की मांग की थी।

Next Story

विविध