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Indian Railway : रामभक्त हनुमान को रेल प्रशासन ने थमाया नोटिस, कहा - 10 दिन में जमीन खाली करो, नहीं तो करेंगे कार्रवाई
Indian Railway : रामभक्त हनुमान को रेल प्रशासन ने थमाया नोटिस, कहा - 10 दिन में जमीन खाली करो, नहीं तो करेंगे कार्रवाई
Indian Railway : झारखंड के धनबाद से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। धनबाद ( Dhanbad ) रेलवे प्रशासन ने रामभक्त हनुमान जी ( Hanuman ji ) को अतिक्रमणकारी मानते हुए नोटिस ( Railway Notice ) थमा दिया है। साथ ही रेल प्रशासन ( Indian railway ) ने हनुमान जी को भी चेतावनी दी है कि अगर 10 दिनों के अंदर जमीन खाली नहीं हुई तो हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।
यह मामला भारतीय रेल ( Indian Railway ) के ईस्ट सेंट्रल रेलवे से जुड़ा है। ईस्ट रेलवे धनबाद ( Dhanbad ) ने मंगलवार शाम को हनुमान जी ( Hanuman ji ) के मंदिर के बाहर ये नोटिस चस्पा किया है। खास बाद यह है कि रेलवे का नोटिस मंदिर के पुजारी अन्य कर्ताधर्ता के नाम नहीं बल्कि स्वयं भगवान हनुमानजी के नाम से है।
हनुमान के नाम नोटिस में क्या लिखा है
रेल प्रशासन द्वारा भगवान हनुमान के नाम से जारी नोटिस में लिखा है कि आपका मंदिर रेलवे की जमीन पर है। वहां अवैध कब्जा किया गया है। नोटिस मिलने के 10 दिनों के अंदर मंदिर हटा लें और जमीन खाली कर दें। नहीं तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
300 परिवारों पर भी मंडराया बेघर होने का खतरा
बता दें कि धनबाद के बेकारबांध इलाके में रेलवे की जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। अब खटीक बस्ती में रेलवे ने अपनी जमीन खाली कराने के लिए नोटिस चिपकाया है। रेलवे ने न सिर्फ हनुमान मंदिर बल्कि आसपास की अवैध झुग्गी-झोपड़ियों को भी हटाने का निर्देश जारी किया है। रेल प्रशासन ने हनुमान जी के साथ अतिक्रमणकारी 300 परिवारों को भी जारी किया है। सभी से जमीन तय समय में खाली करने को कहा गया है।
रेलवे अधिकारी मामला तूल पकड़ने पर मांगी माफी
रेल प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद जब बड़ी संख्या में लोगों ने नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी तो सेक्शन इंजीनियर धनबाद रेल मंडल एसके चौधरी ने कहा कि ये मानवीय भूल है। नोटिस में गलती से हनुमान जी का नाम लिख दिया गया है। इसे सुधार किया जाएगा। आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। इसका भी ध्यान रखा जाएगा कि किसी की भावनाओं को आहत करना विभाग का मकसद नहीं। हमें बस जमीन से अतिक्रमण हटाना है। इसके बावजूद स्थानीय लोग नाराज हैं और रेल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
दो दशक से रेलवे की जमीन पर है दलितों का कब्जा
बता दें कि धनबाद के बेकारबांध के खटीक मोहल्ले में 20 सालों से लोग रेलवे की जमीन पर गैर कानूनी तरीके से घर बनाकर रह रहे हैं। यहां खटीक समुदाय के लोग रहते हैं। ये लोग उत्तर प्रदेश से आकर यहां बस गए हैं। झुग्गी-झोपड़ी बनाकर सालों से पानी फल, मछली, सब्जी समेत अन्य छोटे-छोटे कारोबार करते हैं। रेलवे की टीम ने मोहल्ले में सभी घरों को अवैध कब्जा बताकर खाली करने का नोटिस चिपका दिया है। सभी घरों को उनके नाम से दीवार पर नोटिस चिपकाया गया है। इस इलाके में 300 से ज्यादा परिवार रहते हैं।