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हाशिये का समाज

लखीमपुर खीरी से आई झकझोर देने वाली घटना, छेड़छाड़ और पिटाई के बाद दलित लड़की की मौत, पुलिस पर JCB से गड्ढा खुदवा शव दफनाने का आरोप

Janjwar Desk
18 Sept 2022 10:00 AM IST
लखीमपुर खीरी से आई झकझोर देने वाली घटना, छेड़छाड़ और पिटाई के बाद लड़की की मौत, पुलिस ने JCB से गड्ढा खुदवाकर दफना दिया शव
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लखीमपुर खीरी से आई झकझोर देने वाली घटना, छेड़छाड़ और पिटाई के बाद लड़की की मौत, पुलिस ने JCB से गड्ढा खुदवाकर दफना दिया शव

Lakhimpur Kheri News : छह दिन पहले गैर समुदाय के युवकों ने दलित लड़की से छेड़छाड़ का विरोध करने पर उसकी बेरहमी से पिटाई की थी। गंभीर रूप से जख्मी युवती की शुक्रवार को मौत हो गई, उसके बाद से इलाके में बवाल की स्थिति है।

Lakhimpur Kheri News : उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के लखीमपुर खीरी ( Lakhimpur Kheri ) में दो नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। गैर समुदाय के युवकों ( Muslim Youth ) द्वारा छेड़छाड़ ( girl molestation case )के बाद बुरी तरह पिटाई से जख्मी एक दलित युवती की शुक्रवार को मौत ( Girl died ) हो गई। थाना पुलिसपर आरोप है कि उसने शनिवार 17 सितंबर को पोस्टमार्टम होने के बाद सांप्रदायिक तनाव से बचने के लिए जेसीबी ( JCB ) से गड्ढा खुदवाकर जमीन के नीचे मृतका के शव दफना दिया। पुलिस की ये अमानवीय करतूत उसी पर भारी पड़ गया। मामले का खुलासा होने के बाद इलाके में तनाव है।

दरअसल, 12 सितंबर को दलित युवती अपने घर पर अकेली थी। आरोप है कि तभी गांव के ही रहने वाले करीमुद्दीन और यूसुफ घर में घुस आए और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे। उसने जब विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान लड़की की मां मौके पर पहुंच गई। आरोपियों ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की और मौके से फरार हो गए।

जब लड़की का भाई घर पहुंचा तो उसे घटना की जानकारी दी गई। आरोप है कि इसके बाद परिजन घायल बेटी को लेकर आरोपियों की शिकायत करने पहले पडरिया पुलिस पिकेट पर गए, लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद वे बिजुआ पुलिस चौकी गए, लेकिन वहां भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद परिवार बेटी को लेकर भीरा थाने पहुंचा। इस बीच इलाज के दौरान पीड़ित लड़की की मौत हो गई।

लड़की की मौत और भीरा कांड में पुलिसिया तफ्तीश से नाराज परिवार वालों ने शनिवार 17 सितंबर को पीड़िता का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिजनों के इस रुख के बाद पुलिस वालों के के हाथ-पांव फूल गए। ताज्जुब की बात ये है कि दो दिन पहले हुए निघासन कांड में पुलिस की फजीहत हुई थी। उकसे बाद भी पुलिस चेती नहीं और मुस्लिम युवकों द्वारा लड़की से छेड़छाड़ और बेहरमी से पिटाई के केस को गंभीरता से नहीं लिया। मामला बिगड़ने के बाद पुलिस ने तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचना दी। मृतका का भाई रिपोर्ट में धाराएं बढ़ाने और अन्य मांगों को लेकर अड़ा रहा। इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने परिवार को समझा-बुझाकर मृतका का अंतिम संस्कार कराया।

पोस्टमार्टम के बाद युवती का शव उसके घर लाया गया, लेकिन मामला सांप्रदायिक होने के कारण पुलिस को इस बात का डर था कि हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचकर हंगामा कर सकते हैं। इसलिए उसने तुरंत जेसीबी मंगवाकर गड्ढा खुदवा दिया। इसके बाद बिना वक्त गंवाए जेसीबी की मदद से शव को दफना दिया गया।

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