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ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मां- बाप के पास मोबाइल और किताबें दिलाने को नहीं थे पैसे, 12 साल की बच्ची झूली फांसी पर
आर्थिक तंगी के कारण ऑनलाइन पढ़ाई के लिए नहीं मिल सकी मोबाइल तो बच्ची ने दे दी जान (प्रतीकात्मक फोटो)
जनज्वार। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में गरीबी की वजह से किताब और मोबाइल के लिए पैसे मयस्सर नहीं हो पाने के कारण एक बच्ची ने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी। बताया जाता है कि 12 साल की मासूम बच्ची ने शुक्रवार शाम को अपने घर मे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बड़कुही चौकी प्रभारी मोहन मर्सकोले ने बताया कि बड़कुही में रहने वाले इदरीश अंसारी की 12 साल की मासूम बच्ची फायजा अंसारी कक्षा सातवीं की छात्रा थी। शुक्रवार शाम को जब उसकी मां पड़ोस में कहीं बैठने गई थी इस दौरान उसने चुनरी से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि मृतिका के पिता इदरीस अंसारी ट्रक ड्राइवर है तथा भी घटना वाले दिन भी ट्रक चलाने के लिए गए हुए थे तभी यह घटना घटित हो गई।
घटना के बाद घर-परिवार और आस-पड़ोस में मातम का माहौल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पड़ोसियों ने बताया है कि उक्त परिवार की माली हालत काफी खराब थी ऐसे में बच्ची को ना तो पढ़ने के लिए मोबाइल मिल रहा था, और ना ही पुस्तक खरीदने के लिए उनके पास पैसे थे। यहां तक की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण वे स्कूल फीस तक चुकाने में असमर्थ थे। इन सारी परेशानियों के चलते बालिका ने अपने घर में चुनरी को फंदा बनाकर अपना गला घोट लिया।
पड़ोसियों के अनुसार फ़ायजा अंसारी पढ़ाई में काफी होनहार थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, उसके पड़ोसियों ने बताया कि पुस्तक और मोबाइल ना होने के बाद भी वह अपने दोस्तों के मोबाइल से पढ़ने का प्रयास करती थी ,लेकिन स्कूल फीस न चुका पाने के कारण वह पढ़ाई करने में असमर्थ हो गई थी। कई बार पड़ोस के लोगों ने उसकी मदद भी की, लेकिन अचानक शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद हर कोई स्तब्ध रह गया।
हालांकि, बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले के हर पहलुओं की जांच कर रही है। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस अभी हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल पर पुलिस को फंदा लटका नहीं मिला, हालांकि बच्ची के गले पर निशान होने के कारण पुलिस से प्रथम दृष्टया फंदा लगाकर आत्महत्या करने का मामला मान रही है, अभी परिवार के कुछ सदस्यों के बयान भी बाकी है उसके बाद ही मौत के कारणों का सही तरीके से खुलासा हो सकेगा ऐसा पुलिस का कहना है।
मृतका के पिता शादी में लाइटिंग का व्यवसाय करते थे लेकिन कोरोना की पहली लहर के बाद से ही शादी लाइटिंग और का व्यवसाय ठप हो गया तभी से परिवार को माली हालत बिगड़ी चली गई और परिवार आर्थिक तंगी से जूझने लगा था ।