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फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट्स ने गर्भवती महिला की ट्रैक्टर से कुचलकर की निर्मम हत्या
Jharkhand Crime News : झारखंड के हजारीबाग ( Hazaribagh ) जिले में ट्रैक्टर लोन का अतिरिक्त राशि ( EMI ) न चुका पाने पर दिव्यांग किसान मिथिलेश की गर्भवती बेटी की ट्रैक्टर से कुचलकर निर्मम हत्या ( Pregnant women Killed ) का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी को गिफ्तार नहीं किया है। पुलिस के लचर रवैये से नाराज परिजनों ने शुक्रवार को इंद्रपुरी चौक स्थित महिंद्र फाइनंस कंपनी के कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। साथ ही जाम लगा दिया। स्थानीय लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। चार घंटे से ज्यादा समय तक हंगामे के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा सख्त कार्रवाई का अश्वासन देने के बाद लोग शांत हुए।
ताजा अपडेट के मुताबिक मृतक मोनिका कुमारी गर्भवती थी। कंपनी के रिकवरी एजेंटों ने मोनिका कुमारी और उसके पेट में पल रहे शिशु की हत्या ट्रैक्टर से कुचल कर कर दी। घटना को लेकर परिजन सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद मृतका मोनिका कुमारी का शव लेकर इंद्रपुरी चौक स्थित महिंद्रा फाइनेंस ऑफिस पहुंचे और जमकर हंगामा मचाया।
आरोपियों की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग
झारखंड के हजारीबाग ( Hazaribagh ) जिले में एक फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंटों ने 15 जुलाई को ट्रैक्टर से एक गर्भवती महिला को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना इचक थाना क्षेत्र की है। पीड़िता एक दिव्यांग किसान मिथिलेश की बेटी थी और वह तीन महीने की गर्भवती थी। जिला पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोठे ने बताया कि ट्रैक्टर की बरामदगी के लिए किसान के घर पहुंचने पर फाइनेंस कंपनी के अधिकारी और किसान के बीच कहासुनी हो गई। विवाद के बीच फाइनेंस कंपनी के एजेंटों ने किसान की बेटी मोनिका पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। इस वारदात को लेकर इचक के ग्रामीणों में जबर्दस्त गुस्सा है। बड़ी संख्या में लोगों ने हजारीबाग शहर स्थित फाइनेंस कंपनी के दफ्तर को घेरकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की और कहा कि मृतका के परिजनों को मुआवजा दिया जाए।
कंपनी ने कार्रवाई से पहले पुलिस को सूचना नहीं दी
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन छोटे ने कहा कि जब फाइनेंस कंपनी के अधिकारी बिना बताए ट्रैक्टर रिकवर करने किसान के घर पहुंचे। बहस के बाद उनकी बेटी ट्रैक्टर के चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई। आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने ट्रैक्टर की रिकवरी के लिए किसान के घर जाने से पहले स्थानीय थाने को सूचना नहीं दी थी। पुलिस के मुताबिक फाइनेंस कंपनी के प्रबंधक समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है और उनकी तलाश में इलाके में छापेमारी की जा रही है। मृतक का पिता किसान मिथिलेश मेहता दिव्यांग हैं और उन्हें महिंद्रा फाइनेंस की ओर से संदेश मिला था कि वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए कंपनी से लिए गए कर्ज का 1 लाख 30 हजार रुपए बकाया बृहस्पतिवार तक जमा करा दें लेकिन किसान ऐसा नहीं पाया तो शुक्रवार को कंपनी के एंजेट और अधिकारी उसके घर पहुंचे और ट्रैक्टर उठा लिया।
कंपनी ने जांच में सहयोग का भरोसा दिया
Jharkhand Crime News : महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनीश शाह ने कहा कि कंपनी सभी पहलुओं की जांच करेगी। शाह ने एक बयान में कहा कि हम हजारीबाग की घटना से बहुत दुखी और परेशान हैं। एक मानवीय त्रासदी हुई है। हम तीसरे पक्ष की एजेंसियों का उपयोग करने की घटना की जांच करेंगे। उन्होंने मामले की जांच में सहयोग का आश्वासन दिया।