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बिहार में पेशाब करने घर से बाहर निकली बच्ची से बलात्कार, आरोपी युवक का पिता भी रेप आरोपित, गरीब परिवार को दे रहा धमकियां
जनज्वार, बिहपुर। समाज में बलात्कार की घटनायें इतनी ज्यादा बढ़ गयी हैं कि लगता है पता नहीं हम किस लिजलिजे समाज में जी रहे हैं, जहां पर महिला सशक्तीकरण का सिर्फ ढोंग होता है। अगर ऐसा न होता तो दुधमुंही बच्ची से लेकर 80 साल की बुजुर्ग महिला बलात्कार की शिकार न होती।
ऐसी ही एक जघन्य वारदात बिहार के बिहपुर में सामने आयी है। बिहपुर रेलवे-स्टेशन के उत्तर तरफ बसे जमालपुर गांव में 14 फरवरी यानी प्रेम दिवस के दिन अपने घर से पेशाब करने बाहर निकलीं 9—10 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया और उसके बाद आरोपी पक्ष लगातार पीड़िता के परिजनों को धमकी दे रहा है।
इस मामले में ताज्जुब की बात यह है कि आरोपी का पिता भी है बलात्कार का आरोपी रह चुका है। बलात्कार पीड़िता बच्ची की मां रोते हुए कहती है, हमारी बच्ची को न्याय दिला दो। आरोपी हमें लगातार धमकियां दे रहे हैं कि कानूनी पचड़े में मत पड़ो। हमारे पास ठीक से 2 वक्त की रोटी का इंतजाम तक नहीं है, हमारी बच्ची के साथ ऐसी जघन्य वारदात के साथ हम कहां जायें।
बलात्कार पीड़ित बच्ची के पिता कहते हैं, घटना का अंजाम देने वाला वहशी, शराबी, गंजेड़ी दरिन्दे का नाम है विकेस दास उर्फ मुखिया है, जो लगभग 28 साल का है। पेशाब करने घर से बाहर निकली बच्ची को उसने जानवर का चारा रखने वाले झोपड़ी में 14 फरवरी की रात लगभग 7 बजे के करीब दरिंदगी को अंजाम दिया।
बलात्कार पीड़ित बच्ची की मां रोते-रोते कहती है, 'मेरी बच्ची पेशाब करने घर से बाहर निकली थी। वहां घात लगाए विकेश दास ने हथियार के बल पर बलात्कार किया और बच्ची को सौ रुपये देने की बात कही, साथ ही धमकी भी दी कि अगर किसी को इसके बारे में बताया तो जान से मार दूंगा।'
बलात्कार पीड़ित बच्ची जब बहुत देर तक पेशाब करके नहीं लौटी तो उसकी मां ने बाहर निकलकर देखा। वहां वह रो रही थी और दर्द से परेशान, डरी हुई कुछ बोल नहीं पा रही थी। मां के बहुत पूछने पर उसने दुष्कर्म के बारे में बताया।
बच्ची के साथ जघन्य वारदात की बात सुनकर उसके मां-बाप और पड़ोसी उसे झंडापुर ले गये, जहां से प्राथमिक उपचार के लिए बिहपुर अस्पताल ले जाया गया। वहां से डॉक्टर ने बच्ची को सदर अस्पताल नौगछिया भेज दिया। बच्ची लगभग 5 दिन बाद भी डरी सहमी है। शारीरिक व मानसिक दर्द से उसका बुरा हाल है। उसका परिवार भी सहमा और डरा हुआ है।
सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के महासचिव गौतम कुमार प्रीतम ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि बच्ची का परिवार बेहद गरीब है, जिसके लिए 2 वक्त का खाना जुटाना भी मुश्किल है। बहुत मुश्किल हालातों में वह झोपड़ी में रहता है। बच्ची पढ़ने जाती थी इसलिए सरकार को उसको मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये देने चाहिए, जिससे कि उसकी जिंदगी बेहतर हो सके और सदमे से जो उसका नुकसान हुआ है उसकी एक हद तक भरपाई भी हो सके। साथ ही सरकार पीड़ित परिवार को एक घर बनाकर भी दे। आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिये जाने की भी उन्होंने मांग की है।
जानकारी के मुताबिक बलात्कार आरोपी का पिता महेश दास डीलर है और ईंट भट्ठा पर मुंशी काम काम करता है। वह पीड़ित परिवार पर अपनी पहुंच का दबाव बना रहा है। पीड़ित बच्ची के पड़ोसी कहते हैं, महेश दास रुपया-पैसा लेकर केस वापस लेने का दबाव डाल रहा है और कहता है अगर ऐसा नहीं किया तो तुम सबकी खैर नहीं।
लगातार आरोपी पक्ष की तरफ से पड़ते दबाव के बाद पीड़ित बच्ची के पिता ने झंडापुर ओपी प्रभारी को जाकर मौखिक सूचना दी, जिस पर थाना प्रभारी ने कहा यह अलग से एफआईआर करना होगी।
ये मामला बिहपुर प्रखंड भर में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग कह रहे है ऐसे दरिन्दे को फांसी की सजा होनी चाहिए। हालांकि आम लोगों को कानून पर भरोसा है कि त्वरित कार्रवाई करते हुए मासूम बच्ची व उसके परिवार को न्याय मिलेगा।