लव जिहाद के नाम पर योगी का राम नाम सत्य कर देने वाला बयान साम्प्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने वाला : रिहाई मंच
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लखनऊ, जनज्वार। रिहाई मंच ने लव जिहाद के नाम पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राम नाम सत्य कर देने को साम्प्रदायिक आधार पर हिंसा को बढ़ावा देने वाला वक्तव्य कहते हुए साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध फैसल खान की गिरफ्तारी की निंदा की.
रिहाई मंच महासचिव राजीय यादव ने कहा कि बिहार चुनाव प्रचार के दौरान एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि देश किसी फतवे से नहीं, बल्कि संविधान से चलेगा लेकिन दूसरी ओर संविधान की मूल भावना के खिलाफ जाते हुए अंतर-धार्मिक प्रेम को लव जिहाद घोषित करते हुए खुलेआम राम नाम सत्य कर देने की धमकी देते हैं।
रिहाई मंच ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का ग्राफ पहले ही काफी नीचे है ऐसे में मुख्यमंत्री का इस प्रकार का बयान बेलगाम साम्प्रदायिक तत्वों की हिंसा को और बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बलात्कार और हत्या की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के ठोस प्रयास करने के बजाए इस तरह का बयान भीड़ की हिंसा को बढ़ावा देंगे।
मंच महासचिव ने सर्वधर्म सम्भाव के लिए काम करने वाले फैसल खान की गिरफ्तारी पर विरोध दर्ज करते हुए कहा कि दिल्ली स्थित गफ्फार मंजिल में भेदभाव के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों को समर्पित 'सबका घर' की स्थापना करने वाले फैसल खान को साम्प्रदायिक विद्वेश फैलाने के आरोप में गिरफ्तार करना हास्यास्पद है।
उन्होंने कहा कि फैसल खान केवल कुरान ही नहीं बल्कि रामचरित्र मानस की चौपाइयां भी उतनी आसानी से पढ़ते हैं। 'सबका घर' में विभिन्न धर्मों को मानने वालों के साथ रहते हैं और होली, दीवाली, ईद, क्रिस्मस सभी त्योहार मनाते हैं। मंदिर परिसर में पुजारी की अनुमति से नमाज़ अदा करने से पहले उन्होंने बृज की 84 कोसी परिक्रमा भी की थी।
राजीव यादव ने कहा कि फैसल खान जैसे व्यक्ति पर साम्प्रदायिक दुर्भावना फैलाने का आरोप या अंतरधार्मिक विवाह को लव जिहाद का नाम देकर राम नाम सत्य कर देने की धमकी संविधान की मूल भावनाओं के खिलाफ ही नहीं, बल्कि मानवता विरोधी और विभाजनकारी राजनीति का हिस्सा है।