CM योगी के लखनऊ में दीवारों पर दर्ज खौफ के लाल निशान हटाने के आदेश का प्रशासनिक अधिकारी कर रहे उल्लंघन, जनता में आक्रोश
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लखनऊ। अबरार नगर, पंतनगर, रहीम नगर, खुर्रम नगर, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी और स्कॉर्पियो क्लब में एलडीए और सिंचाई विभाग द्वारा लगाए लाल निशान को तत्काल मिटाने और वहां के लोगों को जाकर सांत्वना देने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लागू न करने से लोगों में गहरा आक्रोश है। ट्रांस गोमती निवासी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की बैठक में इसकी कड़ी निंदा की गई।
बैठक में लिए गए निंदा प्रस्ताव में कहा गया कि उत्तर प्रदेश में नौकरशाहों का मनोबल बहुत बढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री के आदेश का अनुपालन करना भी प्रशासनिक अधिकारी जरूरी नहीं समझते हैं। 16 जुलाई को ट्रांस गोमती के निवासियों के साथ वार्ता में मुख्यमंत्री महोदय ने जिला अधिकारी और एलडीए के उपाध्यक्ष को स्पष्ट निर्देश दिया था कि जिन भी लोगों ने लाल निशान लगाए हैं, उन पर कार्यवाही की जाए, तत्काल जाकर लाल निशान हटाया जाए और भयाक्रांत करने का जो माहौल बना है उसे दूर किया जाए, लेकिन दो हफ्ते बीतने के बावजूद अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों ने इस काम को नहीं किया। उल्टा कभी गाटा संख्या नापने, कभी सर्वे करने के नाम पर नित्य नई-नई बयानबाजी की जा रही है, जिससे स्थानीय निवासियों में भय और अवसाद का माहौल है।
बैठक में लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा जारी जमीन बचाओ अभियान का समर्थन किया गया और प्रस्ताव लेकर इसमें शामिल होने का निर्णय लिया गया। बैठक में ट्रांस गोमती निवासी वेलफेयर समिति का पंजीकरण कराने का निर्णय भी हुआ।
बैठक की अध्यक्षता ट्रांस गोमती निवासी संघर्ष समिति के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम ने और संचालन संयोजक राकेश मणि पांडे ने किया। बैठक में लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक मंडल सदस्य दिनकर कपूर, आशुतोष पाठक, राजेंद्र प्रसाद मौर्य, रूबैद किदवई आदि लोगों ने अपनी बात रखी।