इंदौर में हाईकोर्ट के आदेश के बाद मंडी समिति ने शुरू की लहसुन की नीलामी, आढ़तियों और कथित व्यापारियों की साजिश हुई नाकाम
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इंदौर। हाईकोर्ट के आदेश के बाद कृषि उपज मंडी समिति ने चोइथराम मंडी में किसानों की लहसुन की नीलामी शुरू की। अभी तक आढ़तिए और व्यापारी अपनी आढत पर लहसुन बेचते थे, जिससे किसानों को सही भाव नहीं मिलता था तथा किसान तोल और मोल दोनों में लूटे जाते थे।
26 फरवरी की नीलामी से लहसुन ऊपर में 16000 रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी, जबकि कुछ गीली और हल्की क्वालिटी की लहसुन 6000 से ₹10000 क्विंटल तक में बिकी। अच्छे भाव मिलने से किसानों में खुशी है और उन्होंने नई व्यवस्था का स्वागत किया है। दूसरी ओर आढ़तियों व कुछ दलाल किस्म के व्यापारियों ने सुबह नीलामी से पूर्व खलल डालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी के चलते तथा किसानों की एकजूटता से वे सफल नहीं हो पाए।
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने बताया कि लंबे अरसे बाद इंदौर में मंडी समिति लहसुन की नीलामी करने लगी है, अन्यथा अभी तक आढ़तिए मनमाने तरीके से लहसुन खरीदते थे और किसान को मूल कीमत से एक चौथाई पैसा भी नहीं मिलता था। आज जब किसानों को अच्छे भाव मिले तो उनमें खुशी व्याप्त हो गई।
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े सभी किसान संगठनों ने भी नई व्यवस्था का स्वागत किया है तथा मंडी समिति से मांग की है कि अन्य सभी फसलों में भी 5 से 10% की जो आढत वसूली जाती है उसको बंद करवाया जाए।
नीलामी के समय मंडी समिति के कर्मचारी यहां सदल बल मौजूद थे, वहीं किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। मंडी सचिव नरेश परमार ने भी मौजूद रहकर व्यवस्था को आसान बनाया। परमार का कहना था कि एक-दो दिन में और व्यवस्था सुधर जाएगी, मंडी समिति हाई कोर्ट के आदेश के पालन के लिए प्रतिबद्ध है।