राज्याभिषेक पूरा हुआ 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़-पहलवानों के साथ पुलिसिया बर्बरता पर राहुल गांधी हुए PM मोदी पर हमलावर
Jantar Mantar : आज 28 मई को एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी नये संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे, दूसरी तरफ भाजपा के यौन उत्पीड़न आरोपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने वाली महिला पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस ने जो किया, उसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। गौरतलब है कि पहलवान बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी सजा दिये जाने के खिलाफ लंबे समय से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
महिला पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को दिल्ली पुलिस ने आज रविवार 28 मई को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद न सिर्फ हिरासत में लिया, बल्कि कहीं गुप्त स्थान पर भी लेकर चली गयी है। लग रहा है कि इसी के साथ दिल्ली पुलिस पहलवानों के प्रदर्शन का अंत कर देगी, क्योंकि महिला पहलवानों समेत अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बाद उनके अन्य सामान के साथ चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत को जंतर मंतर से हटा दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक उसने पहलवानों को चेतावनी दी थी कि नये संसद भवन की तरफ न जाएं, मगर वह कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे। इसी के बाद झड़प हुई और पहलवानों को न सिर्फ जबरन हिरासत में लिया गया, बल्कि उनके साथ हुई ज्यादती के कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। गौरतलब है कि 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पहलवानों ने दोबारा अपना आंदोलन शुरू किया था।
पहलवानों पर पुलिसिया बर्बरता का एक वीडियो शेयर करते हुए आप सांसद संसद सिंह ने ट्वीट किया है, 'एक तरफ़ लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर का उद्घाटन। दूसरी तरफ़ लोकतंत्र का समापन। नई संसद बनी तानाशाह का दरबार।'
एक अन्य ट्वीट में संजय सिंह लिखते हैं, 'भारत की शान हमारी पहलवान बेटियाँ चींख चींख कर कह रही हैं “देश की बेटियों का यही सम्मान है” भारत का तिरंगा ज़मीन पर उसके बग़ल जूता पड़ा है और ये सब कुछ हुआ मोदी पुलिस के सामने। मोदी जी न तिरंगे का सम्मान न बेटियों का सम्मान दिन रात सिर्फ़ अपना गुणगान। आप कहाँ हैं मोदी जी?'
वहीं प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है, 'खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं। उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है। भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है। ये एकदम गलत है। पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है।'
राहुल गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है, 'राज्याभिषेक पूरा हुआ - 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़!'
भाजपाई सांसद और डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर नाबालिग समेत कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप के साथ पहलवान जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक जब नये संसद भवन की तरफ पहलवान कूच कर रहे थे तभी पहलवानों और पुलिस अधिकारियों के बीच धक्कामुक्की हुई विनेश फोगाट और उनकी बहन संगीता फोगाट पर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश का आरोप भी लगाया गया। विनेश ने हिरासत में लिए जाने के प्रयास के दौरान विरोध किया और संगीता उनसे लिपट कर सड़क पर लेट गई, जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है। दिल्ली पुलिस ने विनेश, संगीता और अन्य पहलवानों के अलावा उनके कई समर्थकों को घसीटते हुए बसों में बैठाया।
कानून और व्यवस्था के विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने मीडिया को दिये बयान में कहा ‘पहलवानों और उनके समर्थकों को कानून और व्यवस्था का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। हम जांच के बाद कानूनी कार्रवाई करेंगे। हमें पूरी स्थिति का आकलन करने की आवश्यकता है। जैसा कि आपने देखा है कि बैरिकेड टूट गए हैं और वे अनुरोध और चेतावनी के बावजूद आगे बढ़ गए इसलिए हमने उन्हें यहां से हटा दिया है। अहम बात यह है कि सभी स्थितियों में शांति बनाए रखी जाएगी। हम यह सुनिश्चित करने के लिए पेशेवर कदम उठाएंगे कि कुछ भी गलत नहीं हो। इससे पहले पाठक ने पहलवानों से नए संसद भवन के उद्घाटन के ‘ऐतिहासिक दिन’ पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं होने का आग्रह किया था।'
अपने बयान में दीपेंद्र पाठक ने आगे कहा, ‘आज हमारी नई संसद का उद्घाटन है। यह हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिन और गर्व का क्षण है। इसलिए इस दिन किसी भी प्रकार का आंदोलन या मार्च राष्ट्र-विरोधी है। किसी भी तरह से दिल्ली पुलिस कोई चूक नहीं करेगी। हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान और उन्हें प्यार करते हैं, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना की अनुमति नहीं दे सकते।’
गौरतलब है कि आज 28 मई को ही संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन सबेरे पीएम मोदी ने किया। हिरासत में लिये जाने के बाद जब पुलिस ने विनेश को बस में बिठा दिया था तो उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय मांगने की सजा मिल रही है।
विनेश कहती हैं, ‘आरोपी आजाद घूम रहा है, उसे सरकार पनाह दे रही है और देश के लिए पदक जीतने वाले हम खिलाड़ियों को देश की बेटियों के लिए न्याय मांगने के लिए अब जेल में डाला जा रहा है।’ बजरंग पुनिया और विनेश को बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास 21, अशोक रोड से कुछ ही मीटर की दूरी पर हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि आज संसद भवन की नई ईमारत के उद्घाटन से पहले ही पहलवानों ने चेतावनी दी थी कि वे उसी के पास ‘महापंचायत’ करेंगे।