आल बेदर रोड, अनियंत्रित पर्यटन, जल विद्युत परियोजनाओं ने पहाड़ और पर्यावरण को कर दिया है तबाह, नौजवानों को नौकरी की जगह दिये जा रहे हैं लाठी-डंडे

रामनगर। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं जयंती पर आयोजित जन सम्मेलन को सफल बनाने के लिए समाजवादी लोकमंच द्वारा जारी जन संपर्क अभियान के तहत आज 8 नवंबर को ग्राम हिम्मतपुर डोटियाल व टेड़ा गांव में बैठकों का आयोजन किया गया।
बैठक में मंच के संयोजक मुनीष कुमार ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना के लिए 42 लोगों ने शहादतें दीं। उन्होंने अपना जीवन इसलिए कुर्बान नहीं किया कि भाजपा और कांग्रेस जैसे दल उत्तराखंड को तबाह-बर्बाद कर दें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार 25 वर्षों की सिल्वर जुबली के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर जनता के ज़ख्मों पर नमक छिड़क रही है। अस्पतालों में न तो समुचित डॉक्टर हैं और न ही लोगों को इलाज़ मिल रहा है। आल बेदर रोड, अनियंत्रित पर्यटन, जल विद्युत परियोजनाओं ने पहाड़ एवं पर्यावरण को तबाह-बर्बाद कर दिया है। नौजवानों को नौकरी की जगह लाठी—डंडे दिये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनता को खुशहाल जीवन देने में नाकाम भाजपा सरकार लव जेहाद, लैंड जेहाद का झूठ गढ़कर समाज में सांप्रदायिक बंटवारा कर रही है। जनता को एकजुट होकर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जंगली जानवरों से सुरक्षा तथा वनाधिकार कानून 2006 लागू करने आदि के लिए संघर्षों को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
सरस्वती जोशी ने बताया कि 9 नवंबर को आयोजित जन सम्मेलन को सफल बनाने के लिए एक दर्जन से अधिक बैठकों का आयोजन किया गया तथा पर्चा, पोस्टर जारी कर व्यापक जन संपर्क अभियान चलाया गया है।
गिरीश चंद्र ने क्षेत्र की जनता से 9 नवंबर को दिन में 11 बजे पायते वाली रामलीला, रामनगर में पहुंचने की अपील की है। कार्यक्रम में उपपा नेता पीसी तिवारी, गांधीवादी नेता इस्लाम हुसैन, वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष तरुण जोशी, जन कवि बल्ली सिंह चीमा, किसान नेता अवतार सिंह भी शामिल होंगे।
जनसंपर्क अभियान में ललिता रावत, माया रावत, रेखा जोशी, किशन शर्मा, कौशल्या, ललित उप्रेती, भगवती, कविता नेगी, गंगा, विमला, शांति आदि शामिल रहे।





