किसान नेताओं पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लेने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे बसे गांव भेलारा में धरना प्रदर्शन
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अंडिका बाग/भेलारा, फूलपुर आजमगढ़ I अंडिका बाग, खिरिया बाग, वाराणसी में ट्रांसपोर्ट नगर के नाम पर जमीन अधिग्रहण करने के खिलाफ चल रहे धरनों के किसान नेताओं और किसानों, मजदूरों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे के गांव भेलारा में किसानों मजदूरों ने धरना दिया. आद्यौगिक क्षेत्र और पार्क के नाम पर भेलारा की जमीनों को भी चिन्हित करते हुए सर्वे किया गया है. अंडिका बाग में 60 वें दिन धरना जारी रहा.
वक्ताओं ने कहा कि अंडिका बाग में चल रहे धरने के नेता वीरेंद्र यादव और किसानों मजदूरों पर मुकदमा दर्ज करके प्रशासन यह चाहता है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे का किसान अपनी जमीन बचाने के लिए विरोध ना करे. लोकतंत्र के विरोध करना हमारा अधिकार है. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे का किसान मजदूर अब जमीन देने की गलती नहीं करेगा. खिरिया बाग में भी वीरेंद्र यादव समेत मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पाण्डेय, जन आंदोलन के राष्ट्रीय समन्वय के राष्ट्रीय समन्वयक किसान नेता राजीव यादव और महिला आंदोलनकारियों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
वाराणसी में ट्रांसपोर्ट नगर के नाम पर जबरन किसानों की जमीन छीनने की कोशिश की गई. किसानों पर लाठीचार्ज अन्नदाता का अपमान है. जो किसान ठंडी, गर्मी, बरसात झेलकर दुनिया का पेट भरता है उसके पेट पर सरकार लाठी चला रही है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. तत्काल गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाए. अंडिका बाग, खिरिया बाग के आंदोलनकारियों पर से दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाए.
धरने में पूर्वांचल किसान यूनियन महासचिव वीरेंद्र यादव, किसान सभा के सुरेश गुप्ता, जनवादी किसान सभा के सुनील पंडित, श्याम बहादुर यादव, संतोष यादव, श्याम लाल, किशन राजभर, सुनीता, ममता, तेतरा देवी, माया देवी, सुमन, कामना, फेकू, विन्दुवासिनी मौजूद थे.