Begin typing your search above and press return to search.
आंदोलन

अन्नदाताओं पर लाठी-गोली भांजने वाली भाजपा सरकार क्या जाने मेहनतकशों का दर्द-अजय कुमार लल्लू

Janjwar Desk
26 Nov 2020 1:41 PM GMT
अन्नदाताओं पर लाठी-गोली भांजने वाली भाजपा सरकार क्या जाने मेहनतकशों का दर्द-अजय कुमार लल्लू
x

प्रतीकात्मक तस्वीर

एक तरफ जहां अन्नदाता किसान BJP की किसान विरोधी नीतियों के चलते आर्थिक तंगी का शिकार है और आत्महत्या कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ जहां भाजपा सरकारों के एजेण्डे में किसान को कोई प्राथमिकता नहीं है, भाजपा सरकार पूंजीपतियों को रेवड़ी बांट रही है....

लखनऊ। UP कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि अन्नदाताओं के खिलाफ लाठी-गोली चलाने वाली भाजपा सरकार मेहनतकश समुदाय का दर्द क्या जाने। कोरोना काल मे जहाँ अडानी अम्बानी की आय 150 गुना बढ़ी, तो वहीं योगी सरकार में गन्ने के मूल्यों में कोई भी बढ़ोतरी नही हुई है। जबकि उनकी उत्पादन लागत बिजली, उर्वरक, कीटनाशक, डीजल आदि की वजह से बढ़ी है।

किसानों को गन्ने का पिछला भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकारों के एजेंडे में किसान मजदूर कभी था ही नहीं। किसानों का कर्ज माफ करने और बिजली मूल्य माफ करने का वादा किया था। नये कृषि कानून जो बनाये गये हैं, वह सब किसानों के हितों पर कुठाराघात है, जिसके चलते किसान आन्दोलन करने के लिए विवश हुए हैं।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भाजपा सरकार जब सत्ता में आयी थी तो उसने ऐलान किया था कि गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिनों में कर देंगे। भुगतान में मेरी होने पर उन्हें ब्याजसहित भुगतान किया जायेगा। लेकिन आज साढ़े तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी योगी सरकार ने गन्ना किसानों का पूरा भुगतान नहीं किया है। आज जब गन्ना किसानों का लागत राशि पहले के मुकाबले दुगुना बढ़ गयी है उसका पिछला बकाये का भुगतान नहीं हुआ है। किसान कर्ज लेकर खेती करने के लिए विवश है और कर्ज के मकड़जाल में फंसता जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नये कृषि कानून में एमएससी को खत्म किये जाने से बिचैलिये और कालाबाजारी करने वालों के पौ बारह हैं। आवश्यक खाद्य वस्तुएं जैसे आलू, प्याज, तिलहन, दलहन के दाम आसमान छू रहे हैं इन बढ़ी हुई कीमतों के चलते आज आम जनता में हाहाकार मचा है। कोरोना की वजह से लाखों लोग अपनी नौकरी और रोजगार खो चुके हैं। जो रोजगार में हैं उनके वेतन में कटौतियां हो रही हैं। ऐसे में आवश्यक वस्तुओं की बढ़ी कीमतें लोगों की जेबों पर डाका डाल रही हैं। आज अन्नदाता किसान, मजदूर, मध्यम वर्ग हर तबका इस बढ़ती मंहगाई से पीड़ित है।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि एक तरफ जहां अन्नदाता किसान भारतीय जनता पार्टी की किसान विरोधी नीतियों के चलते आर्थिक तंगी का शिकार है और आत्महत्या कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ जहां भाजपा सरकारों के एजेण्डे में किसान को कोई प्राथमिकता नहीं है। भाजपा सरकार पूंजीपतियों को रेवड़ी बांट रही है।

आज जिस प्रकार अन्नदाता किसानों पर बर्बर जुल्म भाजपा सरकार द्वारा किया गया है, यह किसानों के लिए काले दिन के रूप में याद किया जायेगा। किसानों की पीठ पर पड़ी हर लाठी और पानी की बौछार भारतीय जनता पार्टी सरकार की ताबूत में अंतिम कील ठोंकने का काम करेगी।

Next Story

विविध