हिंसा व आतंक के बल चुनाव जीतना चाहती है BJP, रामनवमी के दिन सांप्रदायिक हिंसा के लिए बिहार को चुनना उसकी बड़ी साजिश
Bihar news : कल 6 अप्रैल को बिहार के जमुई में भाकपा माले की राज्य कमेटी की बैठक का आयोजन हुआ था। इसमें पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने रामनवमी मनाने के नाम पर बिहार में हुई तोड़फोड़ और हिंसा को सुनियोजित साजिश बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनायें बहुत चिंताजनक हैं। इसके खिलाफ़ सामाजिक और राजनीतिक धरातल पर हमें काम करना है और भाजपा की साजिश को विफल करना है। हमें और अधिक सतर्कता व दृढ़ता के साथ फासीवादी ताकतों का मुक़ाबला करना होगा।
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा बिहार शरीफ को सांप्रदायिक उन्माद आर उत्पात मचाने के लिए बेहद सोच समझकर चुना गया। 100 साल पुराने ऐतिहासिक मदरसे को जलाकर राख कर दिया गया। यह संप्रदाय विशेष की एक पहचान गिराने की कोशिश है। गौरतलब है कि रामनवमी के दिन बिहार शरीफ में जिस मदरसे को जलाकर खाक किया गया, उसे शिक्षाविद बीबी सोगरा द्वारा अपने पति मौलवी अब्दुल अजीज की याद में स्थापित किया गया था। मौलवी अब्दुल अजीज ने अंग्रेजों की नौकरी छोड़कर 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था।
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि अडानी और मोदी के रिश्ते पर सवाल उठाना राहुल गांधी को महंगा पड़ा। राजनीतिक साजिश के तहत राहुल गांधी को एक साधारण मामले में दो साल की सजा सुनाई गई। देश में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार अडानी घोटाला है। मोदी के साथ रिश्ते नहीं होते तो देश में अडानी का इतना बड़ा साम्राज्य नहीं होता।
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि इस तरह की उन्माद फैलाने वाली घटनाएं राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव की विरासत और बिहार के हर एक शुभचिंतक को सचेत करने के रूप में सामने आई हैं। इस हिंसा के कुछ ही घंटों के भीतर अमित शाह द्वारा भाजपा के लिए जनादेश का निर्लज्जतापूर्ण आह्वान संघ और भाजपा के चुनावी गेम प्लान को एकदम से स्पष्ट कर देता है। उन्होंने शांति की अपील करने की बजाए सांप्रदायिक उन्माद की घटनाओं को वोट की राजनीति से जोड़ दिया। अमित शाह ने कहा कि गुजरात में भाजपा ने ऐसा कर दिया है कि वहां स्थाई शांति कायम हो गई है। यह स्थायी शांति क्या है? यह मुसलमानों के लिए दंगाई भाजपाइयों का कोडवर्ड है। गुजरात मॉडल जनसंहार पर आधारित मॉडल है। आज देश को बिहार मॉडल की जरूरत है। यह मॉडल देश को गुजरात होने से बचाएगा। बिहार मॉडल सामंती. साम्प्रदायिक हमलों को झेलते हुए जनान्दोलनों का मॉडल है।
बैठक में यह बात उभरकर सामने आयी कि उन्मादी घटनाओं के पीछे भाजपा की गहरी साजिश है। माले नेताओं ने आरोप लगाया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने बिहार में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू कर दी है। रामनवमी के जुलूस को दंगा जुलूस में बदल दिया गया है। 10 से 12 साल के बच्चों के हाथों में हथियार थमाकर मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी करवाई जा रही है।
दीपांकर भट्टाचार्य कहते हैं दरअसल, बिहार की सत्ता से बेदखली के बाद भाजपा बौखलाई हुई है और वह उन्माद उत्पात फैलाने में लगी हुई है। बिहार सरकार को जिस स्तर व जिस गति से इन उन्मादी-उत्पाती ताकतों पर लगाम लगाना चाहिए, उसमें कमी दिख रही है। नफरत व विभाजन की राजनीति को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। बिहार शरीफ में सिटी पैलेस, एशिया होटल सहित सैकड़ों दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। उलटे मुस्लिम समुदाय के गरीब नौजवानों को गिरफ्तार किया जा रहा है, यह कहीं से उचित नहीं है।
माले नेता कहते हैं, सासाराम में भी जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जा रहे थे, उन्हें टारगेट करके गालियां दी जा रही थीं। 31 मार्च को लगभग 11 बजे चिकटोली मस्जिद पर हमला किया गया। उसका ताला तोड़ दिया गया और मुस्लिम समुदाय के धर्मग्रंथों को फाड़ दिया गया। शाह जलाल पीर मुहल्ला में शाऊद कुरैशी की गाड़ी में आग लगा दी गई।
माले की बैठक मे भाजपा द्वारा बिहार मॉडल को बदनाम करने के प्रयासों को नाकाम करने पर भी बातचीत हुई। इसके अलावा पटना में आयोजित 11वें महाधिवेशन के सफ़ल कार्यक्रम पर भी बातचीत हुई। फासीवाद को हराने के लिए भाकपा माले को वैचारिक और राजनीतिक स्तर को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया। माले ने कहा कि उनकी पार्टी सभी हताहत परिवारों को तत्काल मुआवजा देने, मदरसे के पुनर्निर्माण की मांग करते हैं। 14 अप्रैल को इस आलोक में पूरे राज्य में कार्यक्रम होंगे।
दीपांकर भट्टाचार्य, स्वदेश भट्टाचार्य सहित राज्य सचिव कुनाल, अमर, राजाराम सिंह, मीना तिवारी, पार्टी के सभी विधायकों ने जमुई आगमन पर डॉ अम्बेदकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और फासीवाद के खिलाफ़ संविधान और लोकतन्त्र बचाने का संकल्प लिया। बैठक मे पार्टी के सभी जिला सचिव और संयोजक उपस्थित रहे।