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दिल्ली दंगे में JNU छात्रनेता उमर खालिद की गिरफ्तारी के बाद ट्वीटर यूजर्स ने पूछा दंगाई कपिल मिश्रा की गिरफ्तारी कब

Janjwar Desk
14 Sept 2020 9:30 AM IST
दिल्ली दंगे में JNU छात्रनेता उमर खालिद की गिरफ्तारी के बाद ट्वीटर यूजर्स ने पूछा दंगाई कपिल मिश्रा की गिरफ्तारी कब
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BJP लीडर कपिल मिश्रा "गोलो मारो सालों को" चिल्ला रहे हैं, जबकि उमर खालिद शांति और संविधान की बात कर रहे हैं। आपने उमर को क्यों गिरफ्तार किया और मिश्रा क्यों आज़ाद हैं?

जनज्वार। दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद को गिरफ्तार किया है। उमर खालिद की गिरफ्तारी गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत की गई है।

अब तक सामने आ रही जानकारी के मुताबिक छात्रनेता उमर खालिद को समन देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था और कई घंटों की पूछताछ के बाद उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया है।

कामरान अंजुम ने ट्वीट किया है, हैलो @DelhiPolice, इस वीडियो कोलाज को देखें। बीजेपी लीडर कपिल मिश्रा "गोलो मारो सालों को" चिल्ला रहे हैं, जबकि उमर खालिद शांति और संविधान की बात कर रहे हैं। आपने उमर को क्यों गिरफ्तार किया और मिश्रा क्यों आज़ाद हैं?'


डेमोक्रेट फातिमा नाम की ट्वीटर यूजर कहती हैं, 'उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया है, जिसने प्यार से नफरत करने पर प्रतिक्रिया देने की बात की। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर के खिलाफ एफआईआर भी नहीं है, जिन्होंने खुले तौर पर गोली के साथ सीएए विरोधियों को जवाब देने की बात की थी।'


काकावाणी ने ट्वीट किया है, 'दिल्ली दंगों में बीजेपी लीडर कपिल मिश्रा "गोलो मारो सालों को" चिल्ला रहे हैं, जबकि उमर खालिद शांति और संविधान की बात कर रहे हैं। मगर उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया है और कपिल मिश्रा आजाद घूम रहे हैं।'

शेख अब्दुल हमीद ने ट्वीट किया है, 'उमर खालिद को दिल्ली दंगों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की कोमल शर्मा के खिलाफ गिरफ्तारी तो छ़ोड़िये एफआईआर तक नहीं। यह नया भारत है, जहाँ आपका नाम मायने रखता है, अपराध नहीं! यह देश जंगल राज बन गया है।'


अनीश ने ट्वीट किया है, 'एंटी-सीएए प्रदर्शनकारियों ने कहा "हम देश बचाएं, संविधान बचाने निकले हैं, आओ हमारे साथ चलो!" मगर हमारे देश में आधिकारिक तौर पर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा एक CRIME हो गया है!'


वकील करूणा नंदी ने ट्वीट किया है, "हमने हिंसा के साथ हिंसा का जवाब नहीं दिया। हमने नफरत के साथ नफरत का जवाब नहीं दिया। अगर वे नफरत फैलाते हैं, तो हम इसका जवाब प्यार से देंगे। अगर वे हमें लाठियों से पीटते हैं, तो हम तिरंगा पकड़े रहते हैं।"


लावण्या बलाल ने लिखा है, 'उमर खालिद को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया है और अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा, कोमल शर्मा खुले में घूम रहे हैं। क्या यह न्याय व्यवस्था न्याय के लिए है या उत्पीड़न के लिए।'


वामपंथी नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने ट्वीट किया है, 'उमर खालिद नफरत के खिलाफ और सद्भाव के लिए एक अथक प्रचारक है। वह संविधान के कट्टर रक्षक हैं। परंतु दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वो भी दिल्ली दंगों के साजिशकर्ता के रूप में। ऐसी विच हंटिंग को रोकें। अरेस्ट कपिल मिश्रा और उन जैसे लोगों को।'

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