उत्तराखण्ड में अपनी जान पर खेल जंगल बचाते फायर वाचरों को नहीं मिला 4 माह का वेतन, अपनी मांगों को लेकर दिया धरना
Ramnagar news : ठेका मजदूर कल्याण समिति द्वारा उत्तराखंड वन विकास निगम विक्रय प्रभाग रामनगर में 15 फरवरी 2024 से 30 जून 2024 तक काम कर चुके सभी 37 फायर वाचरों का बकाया वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। उनका बकाया वेतन देने और उत्तराखंड के सभी फायर वाचरों को वर्षभर काम की गारंटी, उनका नियमितीकरण किए जाने, सभी फायर वाचरों को कर्मचारी भविष्य निधि, बीमा, स्वास्थ्य बीमा आदि की सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने तथा सभी फायर वाचरों को जीवन रक्षक उपकरण व अग्निशमन यंत्र उपलब्ध कराए जाने की मांग को लेकर रामनगर स्थित आमडंडा क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय उत्तराखंड वन विकास निगम पर आज 26 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान निगम के अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में क्षेत्रीय प्रबंधक शेर सिंह ने कहा कि 28 अक्टूबर को देहरादून में प्रबंध निदेशक के साथ हमारी बैठक होनी है। हमने सभी श्रमिकों के रुके हुए वेतन का प्रस्ताव उन्हें भेज दिया है उम्मीद है कि दीपावली से पहले ही सभी फायर वाचरों को बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फायर वाचरों को मिलने वाली प्रोविडेंट फंड की सामाजिक सुरक्षा बंद कर दी गई है। अब निगम द्वारा फायर वाचरों को वेतन पर रखने की जगह किसी कंपनी को लकड़ी की सुरक्षा का ठेका दिया जाएगा।
ठेका मजदूर कल्याण समिति ने चेतावनी दी है कि यदि जल्दी ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं प्रस्तुत किया जाएगा तो उत्तराखंड के सभी फायर वाचर अपने अधिकारों के लिए आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
धरना प्रदर्शन एवं वार्ता में समिति के अध्यक्ष किशन शर्मा, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रभात ध्यानी व मोहम्मद आसिफ, महिला एकता मंच की सरस्वती जोशी कौशल्या चुनियाल, किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, संजय मेहता, गिरीश चंद्र, बाला दत्त, खुशाल सिंह, ललित मोहन, दिनेश चंद्र, हुकम सिंह, कमल सिंह, लक्ष्मी, पूरन राम, नरेश कुमार, हरि दत्त पांडे, रमेश, पप्पू, शिवम, वासुदेव, दर्शन लाल समेत बड़ी संख्या में फायर वाचरों ने भागीदारी की।