खिरिया बाग में मकर संक्रांति के अवसर पर पकी संघर्ष की खिचड़ी, गणतंत्र दिवस को होगी खिरिया बाग से किसान परेड
Khiriya Bagh : मकर संक्रांति के अवसर पर सबके साथ खिचड़ी, लाई, रेवाड़ा, चूरा, भेली का आयोजन खिरिया बाग में हुआ. विभिन्न गांवों के महिला-पुरुष चावल, दाल, आलू, मटर, टमाटर, लाई, रेवाड़ा, चूरा, भेली अपने घरों से खिरिया बाग लाए। 14 और 15 जनवरी को सभी ग्रामवासियों ने सामूहिक रूप से मकर संक्रांति मनाई।
वक्ताओं ने कहा कि यह किसानों की फसलों का त्योहार है और हमारी लड़ाई फसलों-नस्लों को बचाने की हैं खिचड़ी विभिन्नता में एकता का त्योहार है इसी एकता ने हमारे धरने को मजबूत किया। खिरिया बाग संघर्ष के 100वें दिन 20 जनवरी को जुलूस और सभा होगी। 23 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिन को मनाया जाएगा, 26 जनवरी को किसान परेड होगी।
वक्ताओं ने कहा कि खुफिया विभाग के अधिकारी-कर्मचारी के नाम पर व्यक्ति आते हैं और आंदोलन के बारे में पूछताछ और आने वाले वक्ताओं के बारे में बातचीत करते हैं। धरने के समर्थन में आने वाले आगंतुकों के बारे में जिस तरह से संदिग्ध बातें करते हैं उससे किसान नेताओं की सुरक्षा का सवाल भी उठता है, क्योंकि पिछली 24 दिसंबर को किसान नेता राजीव यादव और अधिवक्ता विनोद यादव का अपहरण वाराणसी से आते वक्त किया गया और स्थानीय चोलापुर थाने ने बताया कि एसटीएफ क्राइम ब्रांच ने उठाया।
गांवों में जिस तरह से अपरिचित-संदिग्ध व्यक्ति लोगों के बारे में मालूम कर रहे हैं कि कौन दारू पीता है, किसके जमीनी झगड़े हैं या व्यक्तिगत विवाद है ऐसे सूचनाएं इकट्ठा करके सरकार को लगता है कि आंदोलन को तोड़ लेंगे तो ये नहीं होगा। सरकारी नौकरी और जो लोग गांव से बाहर रहते हैं, उनके बारे में मालूम करना साबित करता है कि ऐसे लोगों पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
जनांदोलन का राष्ट्रीय समन्वय के समन्वयक किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि महाराष्ट्र के सतारा के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता भगवान औघड़े ने सतारा के जिलाधिकारी को प्रधानमंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्री, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र को संबोधित ज्ञापन भेजा। जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुम्बई में पूजीपतियों के साथ इन्वेस्टर समिट कर रहे हैं तो ऐसे में मुंबई और अहमदाबाद में फार्मर-लेबर समिट करेंगे जहां आज़मगढ़ का किसान जाकर बताएगा कि किस तरह से उनकी जमीनों-मकानों से सरकार उनको उजाड़ना चाहती है।
धरने के 95वें दिन किसान नेता वीरेंद्र यादव, राजीव यादव, रामनयन यादव, विनय उपाध्याय, अंशदीप यादव, राम शबद यादव ने संबोधित किया। अध्यक्षता रामबचन निषाद और संचालन रविन्द्र यादव ने किया।