मध्यप्रदेश : सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती की मांग कर रहे बेरोजगारों पर लाठीचार्ज, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
(प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हर साल सैकड़ों सरकारी कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं लेकिन सरकार उनकी जगह नई भर्तियां नहीं कर रही है)
भोपाल। बेरोजगारी का मुद्दा एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है। इस बीच पुलिस प्रदर्शनकारी बेरोजगारों पर लाठीचार्ज कर रही है। ताजा मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से हैं जहां बेरोजगार युवक सरकारी भर्ती को लेकर सरकार के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उनपर न सिर्फ लाठियां चलाईं बल्कि उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
जानका के मुताबिक बेरोजगार शहर के नीलम पार्क पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोशनपुरा चौराहे पर पुलिस मुख्यालय के सामने रोक लिया। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
इस घटना में कई युवाओं को चोटें आने की खबर है। प्रदर्शनकारी बेरोजगार प्रदेश के अलग-अलग जिलों से राजधानी भोपाल पहुंचे थे। ये सभी प्रदर्शनकारी सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भर्तियां निकालकर नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिनमें पुलिसवाले उनपर ताबड़तोड़ लाठियां बरसा रहे हैं।
अपने देश पर भी ज़रा ध्यान रखें, भोपाल में जुटे बेरोज़गार हैं जिनकी लाठियों से पिटाई की गई है! @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/YpUrhahsp2
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 18, 2021
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हर साल सैकड़ों सरकारी कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं लेकिन सरकार उनकी जगह नई भर्तियां नहीं कर रही है। इससे उनका भविष्य अंधकार में है। उधर , तीन साल पहले शिक्षक पद पर चयनित महिलाएं भी आज भोपाल में बीजेपी दफ्तर पहुंची ताकि वो सीएम शिवराज सिंह चौहान को राखी बांध सकें और नियुक्ति पत्र का तोहफा मांग सकें लेकिन पुलिस ने उन सभी शिक्षकों को बाहर ही रोक लिया।
बता दें कि मध्यप्रदेश ही नहीं इससे पहले मंगलवार 17 अगस्त को देश की राजधानी दिल्ली में एसएससी जीडी 2018 के अभ्यर्थियों पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। ये सभी अभ्यर्थी जंतर-मंतर पर अपनी नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें कई महिलाओं समेत छात्र घायल हो गए।
इससे पहले 27 जुलाई को जब अभ्यर्थी प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली में इकट्ठा हुए थे तब उन्हें जंतर-मंतर नहीं जाने दिया गया था। फिर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह 16 अगस्त को अभ्यर्थियों की बात गृहमंत्रालय के उच्च अधिकारियों करवाएंगे। लेकिन पुलिस ने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया।