कोरोना में मोदी ने पिटवाई थाली, अब 27 को वे करेंगे मन की बात और किसान पीटेंगे थाली
जनज्वार। किसान अब आंदोलन को और ज्यादा धार देने और व्यापक बनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। पटना में जहां किसान संयुक्त समन्वय समिति के नेता गुरनाम सिंह चढूंनी ने बिहार में किसानों का आंदोलन के लिए आह्वान किया, वहीं किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान पूरे समय तक थाली पीटने का आह्वान किया है।
उधर 23 दिसंबर को किसान दिवस पर एक समय का भोजन छोड़ देने का भी आह्वान किया गया है। साथ ही इस दिन बड़े आंदोलन की सुगबुगाहट भी है और खबर है कि 23 दिसंबर को नेशनल हाइवे-24 यानी दिल्ली-कलकत्ता हाइवे को भी ब्लॉक कर दिया जाएगा।
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को अब लगभग एक महीना होने को है और सरकार के साथ छह दौर की वार्ता विफल हो चुकी है। ऐसे में किसान अब अपने आंदोलन को और व्यापक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। 25 से 27 दिसंबर के बीच हरियाणा के सभी टोल नाकों को मुक्त किए जाने की बात भी आंदोलन से जुड़े नेताओं ने कही है।
इस बीच दिल्ली में जारी कड़ाके की ठंड के बीच भी हजारों किसान सीमाओं पर डटे हुए हैं। स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि सरकार किसानों से चर्चा करना चाह रही है, लेकिन अब किसानों की ओर से अपने आंदोलन को और तेज किया जा रहा है, क्योंकि किसान समझ चुके हैं कि सरकार की ओर से अबतक उन्हें गोल-गोल घुमाने की कोशिश ही की गई है।
किसानों ने अपने आंदोलन को लंबा चलाने का ऐलान पहले ही कर दिया था, लेकिन अब धीरे-धीरे इसके कई चरण सामने आ रहे हैं। किसानों की ओर से एक दिवसीय भारत बंद किया जा चुका है। किसानों ने सोमवार को फिर से एक दिन का उपवास आहूत किया है।
किसान अब समय-समय पर इस तरह का एक दिवसीय उपवास आगे भी करते रहेंगे। यानी जब सोमवार को बैठे किसानों का उपवास खत्म होगा, तब मंगलवार को एक नया ग्रुप उपवास पर बैठेगा। 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक हरियाणा के सभी टोल नाके पूरी तरह से मुक्त होंगे और किसानों के हवाले रहेंगे। इस दौरान किसी को टोल देने की जरूरत नहीं होगी।
हर महीने के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नियमित रूप से मन की बात करते हैं, इस बार 27 दिसंबर को जब वे मन की बात करेंगे, किसान उस वक्त थाली पीटेंगे। बता दें कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम मोदी ने थाली पिटवाई थी, अब उन्हीं के तरीके को किसान अपना रहे हैं।