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आंदोलन

NCPCR की टीम पर ईसाई अनाथालय और चर्च पर छापेमारी कर धर्मग्रंथों के अपमान और झूठे आपराधिक मुकदमे दर्ज करने का आरोप

Janjwar Desk
15 May 2023 7:35 AM GMT
NCPCR की टीम पर ईसाई अनाथालय और चर्च पर छापेमारी कर धर्मग्रंथों के अपमान और झूठे आपराधिक मुकदमे दर्ज करने का आरोप
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सागर के श्यामपुरा गाँव स्थित संत फ्रांसिस अनाथालय व होली रोजरी चर्च में गैरकानूनी रूप से छापेमारी के दौरान गिरजाघर और धर्मग्रंथ का अपमान करने, पुरोहितों की बेरहमी से पिटाई व झूठा आरोप लगाकर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने एवं ईसाई संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश के आरोप लगाये जा रहे हैं....

Sagar news : मध्य प्रदेश के सागर स्थित श्यामपुरा गांव में एक चर्च पर गैरकानूनी रूप से छापेमारी की खबर सामने आयी है। जानकारी के मुताबिक 8 मई 2023 को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास आयोग एवं बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों द्वारा श्यामपुरा गाँव स्थित संत फ्रांसिस अनाथालय व होली रोजरी चर्च में गैरकानूनी रूप से छापेमारी के दौरान गिरजाघर और धर्मग्रंथ का अपमान करने, पुरोहितों की बेरहमी से पिटाई व झूठा आरोप लगाकर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने एवं ईसाई संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश की गयी। इसके विरोध में सागर धर्मप्रांत के ईसाई धर्मावलंबियों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर दीपक आर्य को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।

विरोध रैली तहसील स्थित संत थॉमस चर्च ज्योति भवन से आरंभ होकर कालीचरण चौराहा, सिविल लाईन चौराहा होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुँची जहाँ ईसाई समाज के प्रतिनिधयों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

जानकारी के मुताबिक ईसाई समाज का आरोप है कि 8 मई को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास आयोग एवं बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों ने गैर कानूनी रुप से अनाथाश्रम स्थित 150 साल पुराने गिरजाघर व श्यामपुरा गाँव के होली रोजरी चर्च में घुसकर पवित्र बाईबल व अन्य धर्मग्रंथों का अनादर कर उन्हें जमीन में फेंक दिया, जिसका विरोध करने पर टीम की महिला सदस्य ने फादर्स के साथ बदसलूकी और उन्हें गिरफ्तार कर बेरहमी से पिटवा दिया।

महिला एवं बाल विकास आयोग एवं बाल संरक्षण आयोग की टीम के सदस्यों ने नन के कमरों में जबरन प्रवेश कर सामान को अस्त-व्यस्त करने और संस्था पर झूठे आरोप लगा कर दुष्प्रचार करने के आरोप लगाये जा रहे हैं।

पीड़ितों का कहना है कि ऐसे कृत्य से समस्त ईसाई समाज में रोष व असुरक्षा का माहौल व्याप्त है। उक्त कार्यवाही के विरोध में रैली निकाल कर जिला दण्डाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। स्पष्ट है कि उक्त आयोग केवल ईसाई संस्थाओं पर इस तरह की कार्यवाही कर पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रही है व जिले के अन्य संस्थाओं पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। रैली में बड़ी संख्या में ईसाई धर्मावलंबी उपस्थित रहे।

मीडिया में आई खबर के मुताबिक राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने मध्य प्रदेश राज्य बाल आयोग के सदस्यों के साथ सागर जिले में मिशनरी बाल गृह का दौरा किया था। भ्रमण के दौरान छात्रावास के अधिकारियों पर महिला आयोग की सदस्य के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगे। आयोग की टीम का कहना था कि छात्रावास में नामांकित एक नाबालिग लड़का लापता पाया गया और इसलिए बाल कल्याण आयोग, सागर (सीडब्ल्यूसी) की शिकायत पर जांच करने गयी थी।

आरोप है कि 15 वर्षीय एक बच्चा सेंट फ्रांसिस अनाथालय से लापता हो गया था। इस संबंध में 8 मई को सागर जिले के कैंट पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की गयी थी।

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