13 अगस्त को इंदौर जिले के गांव-गांव में फूंके जायेंगे डोनाल्ड ट्रंप के पुतले, किसान-मजदूर नेता बोले मोदी सरकार ने देश को बना दिया है अडानी-अंबानी की लूट का चारागाह

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इंदौर। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों और केंद्रीय श्रम संगठनों की अभियान समिति की बैठक मध्य प्रदेश किसान सभा के अरुण चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक में केंद्रीय श्रम संगठनों और संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर "बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत छोड़ो, कार्पोरेट कृषि छोड़ो" दिवस मनाने, पूरे जिले में डोनाल्ड ट्रम्प का पुतला दहन और संभागायुक्त को ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने को अमेरिका की भारत के खिलाफ आर्थिक नाकेबंदी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए भारत सरकार से 146 करोड़ भारतीयों की खाद्य सुरक्षा और किसानी बचाने के लिए अमेरिका के किसी भी दबाव में न आने की अपील की।
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों अखिल भारतीय किसान सभा, किसान संघर्ष समिति, किसान सभा अजय भवन, अखिल भारतीय किसान मजदूर संगठन, भारतीय किसान मजदूर सेना, एटक, सीटू, एसएमएस आदि के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में निर्णय किया गया कि पूरे जिले के तहसील मुख्यालयों और गांव में अमेरिकी पूंजीवाद के प्रतीक तथा भारतीय कृषि व्यापार को कब्जाने की कोशिश में जुटे डोनाल्ड ट्रंप के पुतले जलाए जाएं। साथ ही 13 अगस्त को गांधी हाल में एकत्रित होकर संभाग आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाए एवं ज्ञापन दिया जाए।
बैठक में शामिल पदाधिकारियों ने कहा कि मोदी सरकार ने देश को अडानी-अंबानी की कंपनी की लूट का चारागाह बना दिया है। पेसा और वनाधिकार अधिनियम और सभी संवैधानिक प्रावधानों का खुला उल्लंघन करते हुए जल, जंगल, जमीन और पर्यावरण का विनाश किया जा रहा है। श्रमिकों की अधिकारों पर श्रम संहिता बनाकर हमला किया जा रहा है। इसलिए किसान, किसानी और गांव बचाने के लिए अडानी-अंबानी और अन्य कॉर्पोरेट कंपनियों को भगाने की जरूरत है।
पदाधिकारियों ने जिले के सभी तबकों के लोगों और विशेषकर ग्रामीण गरीबों को लामबंद करके कॉरपोरेट विरोधी अभियान को तेज करने का संकल्प दोहराया। उन्होंने सभी से 13 अगस्त के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भागीदारी करने की अपील की। बैठक में रामस्वरूप मंत्री, रुद्रपाल यादव, सीएल सर्रावत, भागीरथ कछवाय, सोनू शर्मा, सत्यनारायण वर्मा, रमेश झाला, हरि ओम सूर्यवंशी, बबलू जाथव, चंदन सिंह बड़वाया सहित कई पदाधिकारी शामिल हुए।










