बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी और महिला खिलाड़ियों के न्याय के लिए इंदौर में विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
इंदौर। पिछले 17 दिनों से दिल्ली के जंतर मतर पर कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला खिलाड़ियों के साथ की गई अभद्रता और छेड़छाड़ के विरोध में चल रहे आंदोलन को लेकर इंदौर में भी विभिन्न श्रम संगठनों, किसान संगठनों और सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी सांसद पद से बर्खास्त करने और कुश्ती फेडरेशन से भी बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
बड़ी संख्या में कार्यकर्ता संभाग आयुक्त कार्यालय पहुंचे थे तथा उन्होंने करीब 1 घंटे तक नारेबाजी कर बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार करने तथा अनवरत सुनवाई कर दंडित करने की मांग की। बड़ी देर तक नारेबाजी की तथा बाद में संभागायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व श्यामसुंदर यादव, रूद्रपाल यादव, अरविन्द पोरवाल, कैलाश लिम्बोदिया, अरूण चौहान, हरिओम सूर्यवंशी, रामस्वरूप मंत्री आदि ने किया।
अपर संभागायुक्त रजनीश श्रीवास्तव को राष्ट्रपति के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मध्य प्रदेश के शहर इंदौर के आम नागरिक देश के गौरव खिलाड़ियों पर किए गए लाठीचार्ज और महिला खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले अपमानित करने वाले और प्रताड़ित करने वाले पुष्टि फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की अभी तक गिरफ्तारी नहीं किए जाने की शर्मनाक मानते हैं तथा इसकी निंदा करते हैं। यह अत्यंत शर्मनाक है कि महिला खिलाड़ियों के साथ सेक्सुअल हरासमेंट करने वाले बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर लिखाने के लिए खिलाड़ियों को सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाना पड़ा और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
पॉस्को एक्ट में नियम है कि रिपोर्ट के बाद तत्काल गिरफ्तारी होना चाहिए, लेकिन अभी तक उनके गिरफ्तारी नहीं किया जाना भी देश की संवैधानिक शासन पर सवालिया निशान लगाता है। दूसरी ओर आंदोलनरत खिलाड़ियों पर पुलिस ज्यादती की जो घटनाएं हो रही हैं, वह सारी सीमाएं लांघ रही हैं। आंदोलनरत महिला खिलाड़ियों और महिला पत्रकारों के कपड़े तक फाड़ दिए गए हैं। उनका टेंट तोड़ दिया गया है, यह अत्यंत पीड़ादायक है।
इंदौर के सभी राजनीतिक सामाजिक मजदूर और किसान संगठनों से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की तरफ से मांग की गयी है कि बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और अनवरत सुनवाई कर उन्हें अधिकतम दंड दिया जाए। खिलाड़ियों की एफआईआर दर्ज न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। 3 मई की रात में खिलाड़ी और पत्रकारों से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस अधिकारियों पर जांच उपरांत कार्रवाई की जाए। बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किया जाए।
इंदौर के संभाग आयुक्त कार्यालय पर आयोजित इस प्रदर्शन का आह्वान संयुक्त ट्रेड यूनियन काउंसिल, सिटी ट्रेड यूनियन काउंसिल, एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस, भारतीय महिला फेडरेशन, इप्टा, प्रगतिशील लेखक संघ, सभी स्वतंत्र केंद्रीय फेडरेशन, अखिल भारतीय किसान सभा, किसान सभा अजय भवन, संयुक्त किसान मोर्चा और किसान संघर्ष समिति सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता यूनियन ने किया था।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से दिलीप कौल, रमेश .झाला, भागीरथ कछवाह, शालिग्राम पाल, सत्यनारायण वर्मा, पूर्व पार्षद सोहनलाल शिंदे, चुन्नीलाल वाधवानी, भागीरथ कछवाय, विजय दलाल, कैलाश गोठानिया सहित बड़ी संख्या में किसान मजदूर संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।