40 हजार से भी अधिक आबादी वाले मालधन में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए महिलाओं ने निकाला जुलूस, धामी सरकार को दी खुली चेतावनी
रामनगर। मालधन के सरकारी अस्पताल में रिक्त पदों पर सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ समेत 6 डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, मरीजों को सभी प्रकार की पैथोलॉजी जांचें, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन, प्रसव व 24 घंटे इमरजेंसी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने आदि मांगों को लेकर महिला एकता मंच ने जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया तथा मांगें नहीं माने जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी का घेराव तथा मालधन का बाजार बैंक तथा स्कूल कॉलेज बंद करने की भी चेतावनी दी।
इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मालधन का सरकारी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में आता है। मानकों के अनुसार इस अस्पताल में सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ समेत 9 चिकित्सक व 6 उपचारिकाएं नियुक्त की जानी चाहिए, परंतु इसमें मात्र तीन चिकित्सक व एक उपचारिका ही नियुक्त की गई है। इस अस्पताल में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सभी प्रकार की पैथोलॉजी जांचें, ऑपरेशन व 24 घंटे इमरजेंसी की सुविधा भी उपलब्ध कराए जाने की मानक है, परंतु सरकार इन मानकों को पूरा करने के लिए तैयार नहीं है। इसी कारण महिला एकता मंच को संघर्ष के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
वक्ताओं ने मुख्यमंत्री कार्यालय पर जनता की लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर 38 शिकायतें दर्ज करने के बाद मुख्यमंत्री ने शिकायती पोर्टल में मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित शिकायतें दर्ज करनी बंद कर दी हैं। महिला एकता मंच ने चेतावनी दी कि आज के जुलूस के बाद भी यदि सरकार ने हमारी मांगू पूरी नहीं की तो हम जनप्रतिनिधियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारी का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे तथा जरूरत पड़ने पर मालधन बाजार भी बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है।
सभा को नीमा आर्य,भगवती आर्य, विनीता बहन, पुष्पा चंदोला, कौशल्या चुनियाल, ललिता रावत, ललित उप्रेती, इंद्रजीत सिंह, पनीराम, मुनीष कुमार आदि ने संबोधित किया। संचालन गीता आर्य और सरस्वती जोशी ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में भागीदारी करने के लिए मालधन क्षेत्र के कोने-कोने से बड़ी संख्या लोग पहुंचे थे।