पटना में आयोजित भाकपा (माले) का 11वां महाधिवेशन संपन्न, दीपांकर भट्टाचार्य फिर चुने गये महासचिव तो जोशीमठ के हालातों पर हुई विशेष चर्चा
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Patna news : भाकपा (माले) का 11 वां महाधिवेशन पटना में 15- 20 फरवरी के बीच संपन्न हुआ. महाधिवेशन पार्टी का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसमें आगामी पांच साल के लिए पार्टी के कार्यनीति और दिशा तय की जाती है.
पार्टी ने देश में लोकतंत्र, संविधान बचाने तथा फासीवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया. महाधिवेशन में राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति, संगठन, पार्टी कार्यक्रम एवं संविधान आदि पर प्रस्ताव पेश हुए और चर्चा के बाद पारित हुए.
पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के प्रस्ताव में जोशीमठ के हालात पर विशेष उल्लेख के साथ चर्चा की गयी, जिसमें जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक कॉमरेड अतुल सती ने जोशीमठ भू धँसाव के मामले में बात रखी.
नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, वेनेजुएला, जर्मनी, ब्रिटेन,आदि से विदेशी प्रतिनिधि सम्मेलन में शरीक हुए. भाकपा, माकपा, आर एस पी, फॉरवर्ड ब्लॉक आदि वामपंथी पार्टियों के प्रतिनिधियों ने महाधिवेशन को संबोधित किया. बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता व पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, संसद सदस्य और विदुथलाई चिरुथिगल काची (लिबरेशन पैंथर्स पार्टी, तमिलनाडु) के नेता थोल. थिरुमावलवन आदि ने भी खुले सत्र को संबोधित किया. पत्रकार, कलाकार, इतिहासकारों आदि समाज के बौद्धिक हिस्सों के लोगों ने महाधिवेशन को शुभकामना संदेश दिये.
पार्टी ने तय किया कि अलग से जेंडर जस्टिस सेल का गठन किया जायेगा, जिसमें प्रमुख सामाजिक / विधिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए. कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य पुनः पार्टी के महासचिव सचिव चुने गए. पांच सदसीय केंद्रीय कंट्रोल कमीशन का चुनाव हुआ, जिसमें उत्तराखंड में पार्टी के राज्य सचिव कॉमरेड राजा बहुगुणा अध्यक्ष चुने गए.
76 सदसीय केंद्रीय कमेटी के लिए पूरे देश से आये लगभग 1700 प्रतिनिधियों ने मतदान किया. उत्तराखंड से कॉमरेड कैलाश पांडेय और इन्द्रेश मैखुरी को चुना गया. इस तरह राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड को भाकपा(माले) ने पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है.