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दिल्ली में 21 साल की मुस्लिम डिफेंस अधिकारी राबिया सैफी का बेरहमी से हुआ कत्ल, 11 दिन बाद भी परिवार को न्याय की आस

Janjwar Desk
8 Sept 2021 7:59 PM IST
दिल्ली में 21 साल की मुस्लिम डिफेंस अधिकारी राबिया सैफी का बेरहमी से हुआ कत्ल, 11 दिन बाद भी परिवार को न्याय की आस
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(दिल्ली पुलिस की मुस्लिम महिला अधिकारी की बेरहमी से हत्या के बाद सोशल मीडिया में उबाल) 

मृतका राबिया सैफी के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और दावा किया कि उसका यौन उत्पीड़न भी किया गया था और उसके शरीर को बुरी तरह क्षत—विक्षत किया गया था...

जनज्वार, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की डिफेंस सेवा में नौकरी करने वाली 21 साल की मुस्लिम युवती राबिया सैफी (Rabia Saifi) को सर्विस के चार महीने ही हुए थे। वह देश की राजधानी दिल्ली के संगम विहार की रहने वाली थी। बीते महीने की 27 अगस्त की शाम को वह अपने घर नहीं लौटी तो परेशान घरवालों ने राबिया सैफी (Rabia Saifi) को हर जगह तलाशा।

मृतका के परिजन थाने गए, कलेक्टर आफिस गए लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। बाद में पता चला कि युवती की हत्या हो चुकी है, वो भी बेहद बर्बरता के साथ। इतनी बर्बरता की लिखते हुए भी किसी के हाथ कांप जाए। मृतका राबिया सैफी (Rabia Saifi) के परिजनों के मुताबिक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) किया गया था।

21 वर्षीय मुस्लिम डिफेंस अधिकारी राबिया सैफी की कथित तौर पर 26 अगस्त को चाकू मारकर हत्या की बात सामने आयी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार राबिया को चाकुओं से बुरी तरह गोदा गया गया था और उसके प्राइवेट पार्ट पर भी चाकू से बेरहमी से ​मारे जाने के निशान थे।

यह घटना 26 अगस्त की रात की बतायी जा रही ळे। पुलिस को राबिया का शव फरीदाबाद के सूरजकुंड पाली रोड के पास से मिला था। इस मामले में 27 अगस्त को 23 वर्षीय मोहम्मद निजामुद्दीन नाम के एक शख्स ने कालिंदी कुंज पुलिस स्टेशन आकर आत्मसमर्पण किया और राबिया की हत्या की ज़िम्मेदारी लेते हुए कहा कि राबिया के साथ वह सिविल डिफेंस में काम करता था।

परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक 21 वर्षीय राबिया ने जामिया मिलिया इस्लामिया से बीए की पढ़ाई की थी। बहुत साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली राबिया के पिता समीद अहमद लकड़ी का काम करते हैं और मां पास बने एक स्कूल में झाडू-पोछे का काम करती हैं। परिवार में उनके दो भाई और एक छोटी बहन भी हैं। सभी दिल्ली के संगम विहार में किराए के एक छोटे से मकान में रहते हैं। सिविल डिफेंस में नौकरी करते हुए राबिया को मात्र तीन महीने हुए थे।

इस मामले में अकबर सउदी नाम के ट्वीटर यूजर लिखते हैं, 'चार-4 लोगों ने मिलकर उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म किया, उसके शरीर में लगभग 50 जगह चाकू घोंपे गए, दरिंदों ने स्तन तक काट दिए। ऐसी कोई हैवानियत बाकी नहीं थी जो मृतका के साथ की ना गई हो। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मृतका को न्याय नहीं मिल सका है।'

हालांकि, मृतक महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न या विच्छेदन से इनकार किया गया है। इस मामले की पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण, महत्वपूर्ण अंगों, यानी गर्दन, सिर, छाती सहित आई अन्य चोटों के कारण आघात और अधिक रक्तस्राव होना बताया गया है।'

सोशल मीडिया (social media) में 4 सितंबर को उसके कथित बलात्कार और हत्या पर नाराजगी व्यक्त की गई। कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने भी मामले में कथित निष्क्रियता की निंदा की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'देश की राजधानी में एक नागरिक सुरक्षा अधिकारी के साथ बेरहमी से बलात्कार किया जाता है और उसे चाकू मार दिया जाता है और दिल्ली पुलिस द्वारा एक पिन ड्रॉप साइलेंस है।'

ट्विटर पर कई लोगों ने महिला के लिए न्याय की मांग की है। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी ने कथित तौर पर मृतक महिला के परिवार से मुलाकात की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी शख्स महिला का बॉयफ्रेंड बताया गया था। दंपति के बीच मतभेद थे जिसके कारण निजामुद्दीन के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी ने कथित तौर पर उसका अपहरण कर लिया और फिर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने कालिंदी कुंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया।

इस हत्याकांड में आरोपी व्यक्ति ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और पुलिस को बताया कि उसने और मृतक महिला ने कोर्ट में गुपचुप तरीके से शादी की थी, लेकिन महिला के परिवार ने शादी का समर्थन नहीं किया, जिसके बाद मृतका का किसी तीसरे व्यक्ति से संपर्क हो गया और आरोपी ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया।

वह कथित तौर पर उसे फरीदाबाद के सूरज कुंड इलाके में ले गया, जहां दंपति का किसी अन्य व्यक्ति के साथ उसकी कथित संलिप्तता को लेकर बहसबाजी हुई, जिसके बाद आरोपी ने खुद के कबूलनामे के अनुसार एक के बाद एक कई बार चाकू मारकर मौत की नींद सुला दिया।

मृतक राबिया सैफी (Rabia Saifi) के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि महिला का यौन उत्पीड़न भी किया गया था और उसके शरीर को बुरी तरह क्षत—विक्षत किया गया था। परिवार के अनुसार इस घटना में एक से अधिक लोगों की संलिप्तता जाहिर की गई थी, इस मामले में महिला के दो सहयोगियों पर भी आरोप लगा था।

इस हत्याकांड के बाद से सोशल मीडिया खासकर ट्वीटर पर जस्टिस फॉर राबिया सैफी और जस्टिस फॉर साबिया सैफी ट्रेंड कर रहा है।

पुलिस ने सितंबर को आरोपी को रिमांड में लेकर और जानकारियां जुटाने के लिए अदालत से दरख्वास्त की थी। पुलिस द्वारा अदालत में दिया आवेदन बुधवार 8 सितंबर को स्वीकार कर लिया गया है, जिसके बाद पुलिस को 3 दिन की रिमांड सौंप दी गई। पुलिस आरोपी निजामुद्दीन से हत्या के मामले में और छानबीन कर रही है।

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