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लुलु मॉल के बाद BHU अस्पताल के बाहर नमाज पढ़ने पर बवाल

Janjwar Desk
16 Sept 2022 9:57 AM IST
लुलु मॉल के बाद BHU अस्पताल के बाहर नमाज पढ़ने पर विवाद, वीडियो वायरल, मचा बवाल
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लुलु मॉल के बाद BHU अस्पताल के बाहर नमाज पढ़ने पर विवाद, वीडियो वायरल, मचा बवाल

Controversy over BHU Namaz : यूपी की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल के बाद वाराणसी ( BHU ) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में एक व्यक्ति द्वारा नमाज ( Namaz ) पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद से बवाल की स्थिति है।

Controversy over BHU Namaz : यूपी की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल के बाद वाराणसी ( BHU ) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में एक व्यक्ति द्वारा नमाज ( Namaz ) पढ़ने का फोटो वायरल होने के बाद से बवाल मच गया है। नमाज पढ़ने का मामला सामने आने के बाद से बीएचयू के छात्रों में आक्रोश चरम पर है। छात्रों के हंगामे को देखते हुए बीएचयू प्रशासन अलर्ट का ऐलान कर दिया है लेकिन पहले की तरह इस बार भी बीएचयू प्रशासन ने इस मामले पर आक्रोशित छात्रों के शिकायत पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। छात्र इस बात को लेकर नाराज हैं। बताया जा रहा है कि अब यह मामला तूल पकड़ सकता है।

बीएचयू ( BHU ) के सुंदरलाल अस्पताल में नमाज ( Namaz ) पढ़े जाने का मामला सामने आने के बाद से बीएचयू प्रशासन सकते में है। छात्र पहले से ही चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोलकर पिछले 4 दिनों से धरना दे रहे हैं। फिलहाल इस मामले में बीएचयू प्रशासन की तरफ से अभी बात करने से इंकार कर दिया गया है। नाराज छात्रों का कहना है कि पूरे पूर्वांचल से लोग यहां पर अपना इलाज कराने आते हैं। इसके बावजूद नमाज ( Namaz ) पढ़कर माहौल खराब करने का प्रयास किया गया हैण्।

बीएचयू ( BHU ) के छात्रों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की घटना को रोकने के लिए जगह-जगह पर चेतावनी बोर्ड लगाकर सब को शासनादेश के बारे में बताया जाना चाहिए कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर किसी भी धार्मिक आयोजन नमाज ( Namaz ) और पूजन पर रोक है।

यूपी में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने पर है रोक

Controversy over BHU Namaz : बीएचयू ( BHU ) के छात्रों का कहना है कि कहीं पर भी भगवान को याद करना गलत नहीं है लेकिन राज्य सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों ( ban on Namaz ) और नियमों का पालन किया जाना चाहिए। अप्रैल 2020 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था कि राज्य में सार्वजनिक स्थान पर नमाज ( Namaz ) नहीं पढ़ी जाएगी। तभी से इस नियम को सख्ती से लागू किया गया।

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