Agra Exclusive : आगरा के सिकंदरा में दबंग भूमाफियाओं से परेशान महिला ने ली जिंदा समाधि
भूमाफियाओं के खौफ से अपने खेतों को बचाने के लिए बाईपुर निवासी पीड़ित महिला प्रेमलता ने जल समाधि ली।
Agra Exclusive : कुशीनगर में अपनी सरकार का डंका पीटते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश से भूमाफिया और गुंडे भाग गए हैं। पीएम के मुंह घुमाते ही लखनऊ में भूमाफियाओं ने करोड़ो की जमीन का फर्जी सौदा करा डाला। अब दूसरी तस्वीर आगरा के थाना सिकंदरा से सामने आई है जहां भूमाफियाओं के खौफ से महिला ने जिंदा ही समाधि ले ली है।
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— Janjwar Media (@janjwar_com) October 22, 2021
आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र की महिला ने ली भू समाधि, कहा भूमाफिया पुलिस की मिलीभगत से कब्जा रहे मेरी जमीन, नहीं हुई सुनवाई तो ऐसे ही दे दूंगी जान@agrapolice @Uppolice @myogiadityanath pic.twitter.com/p4QuCAy5cI
जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला प्रेमलता पत्नी प्रमोद कुमार निवासी बाईपुर, ने क्षेत्रीय भूमाफियाओं से अपने खेतों को बचाने के लिये अपने ही खेत मे समाधि ले ली है। उसका कहना है कि वह दबंग भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही होने तक न जल न अन्न ही ग्रहण करेगी। महिला का आरोप है कि दबंग भूमाफियाओं को तहसील के लेखपाल और कानूनगो का भी संरक्षण प्राप्त है।
आरोप है कि दबंग भूमाफियाओं ने सार्वजनिक जमीनों पर भी कर रखा है कब्जा कर रखा है। लेकिन राजश्व के कर्मचारियों से मिलीभगत होने के कारण कोई कार्रवाई नही होती। पीड़ित महिला के खेत पर गुरुवार 21 अक्टूबर को लेखपाल और कानूनगो ने जबरन भूमाफियाओं का कब्जा करा दिया। इससे पहले भी दबंग उसके खेत पर बनी दीवार तोड़ चुके हैं। महिला ने मरते दम तक समाधि से न निकलने की बात कही है।
महिला का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रही है कि, मेरे मरने के बाद मेरे बच्चो को भी इसी में दफना देना। पीड़ित महिला के मुताबिक दबंग भूमाफियाओं ने सरकारी चकरोड पर भी कब्जा कर रखा था। हाल ही में राजश्व की टीम ने चकरोड से अवैध कब्जा हटावाया था। लेकिन कब्जा करने वालों पर कोई कठोर कार्यवाही आज तक नहीं हुई। जिसके चलते उनके हौसले बुलंद हैं। महिला का यह भी आरोप है कि, इनकी दबंगई और रसूख के चलते अधिकारी कोई कार्रवाई करने से बचते हैं।
अदालत में विचाराधीन है मामला
इस मामले में आगरा पुलिस ने जनज्वार के ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी है कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है। राजस्व अधिकारी गुरुवार यानि 21 अक्टूबर को मौके पर जाकर मुआयना कर चुके हैं। शुक्रवार को एक बार फिर अधिकारियों की टीम मौके पर जाकर मुआयना और उचित कार्रवाई करेगी।