Agra Police Custody Death : चोरी में पुलिसवाले फंस रहे थे इसलिए बेटे को मार डाला, मृतक अरुण बाल्मीकि की मां ने लगाये संगीन आरोप
(आगरा में पुलिस कस्टडी में मरने वाला अरूण बाल्मीकि file photo)
Agra Police Custody Death (जनज्वार) : आगरा में जगदीशपुरा थाना के मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी मामले में अरेस्ट।बाद मृतक की मां कमला देवी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष था। उसने कोई चोरी नहीं की थी। वो चोर होता तो क्या वर्षों से थाने में नौकरी कर रहा होता। उस पर झूठा आरोप लगाया गया। दोषी पुलिसकर्मियों को जेल भेजा जाए।
कमला देवी अपने मृतक बेटे को याद कर रोने लगती हैं। परिवार के लोग उन्हें संभाल रहे हैं। जब भी कोई उनसे सवाल करता है, तब वो एक ही बात करती हैं कि मेरे बेटे को कोई लौटा सकता है क्या, उसे क्यों मार दिया गया, उसका तो कोई कसूर नहीं था। अरुण से कोई रकम की बरामदगी नहीं हुई है, पुलिस सब कहानी बना रही है। उसे फंसाया गया।
कमला देवी ने कहा कि पुलिस ने रविवार रात को ही परिवार को थाने में बैठा लिया था। पुलिस के डर से बेटा भाग गया था। उसे मंगलवार दोपहर को पुलिस ने पकड़ा। तब तक वो ठीक था। उसे कोई बीमारी नहीं थी। पुलिस के पकड़ते ही उसे हार्ट अटैक कैसे आ गया, जो भी मेरे बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार है, उसको जेल भेजा जाना चाहिए। उन्हें सजा मिलनी चाहिए। हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए।
बेसुध हालत में है पत्नी
अरुण की पत्नी सोनम के आंसू नहीं रुक रहे हैं। वह तीनों बच्चों को संभाल रही है। उनका कहना है कि अब बच्चे किसे पापा कहकर पुकारेंगे। घर का सहारा कौन बनेगा। पुलिस ने बेवजह हिरासत में लेकर पति को मार दिया। दोषी पुलिसकर्मियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। उनको जेल भेजा चाहिए। मुआवजा देने से कुछ नहीं होता है। परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए। पुलिस ने जो बर्बरता पति के साथ दिखाई, वो किसी और के साथ नहीं हो।
एडीजी ने मांगी रिपोर्ट
एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा कि सफाई कर्मी की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज है। विवेचना अलीगढ़ रेंज के जिले से कराई जाएगी। इसके लिए एसएसपी आगरा से रिपोर्ट मांगी गई है। पूरे मामले की गहनता से पड़ताल कराई जा रही है।
राजनीति भी हुई तेज
गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर पूर्व कैबिनेट मंत्री गया चरण दिनकर के नेतृत्व में बसपा का प्रतिनिधिमंडल मृत सफाई कर्मचारी अरुण के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचा। इससे पहले प्रियंका गांधी भी मिलने पहुँची थीं। इस मामले को लेकर विपक्षी दल सरकार को घेरने की कवायद कर रहे हैं। नेताओं ने अरुण की मौत की जांच कराने और सरकार से मुआवजा देने की मांग की है।