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Ajay Devgan Hindi Row : अजय देवगन को सोनू निगम ने दिया राष्ट्रभाषा डिबेट पर करारा जवाब, कहा क्यों बना रहे हो देश में बवाल का माहौल

Janjwar Desk
11 May 2022 8:30 PM IST
Ajay Devgan Hindi Row : अजय देवगन को सोनू निगम ने दिया राष्ट्रभाषा डिबेट पर करारा जवाब, कहा क्यों बना रहे हो देश में बवाल का माहौल
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Ajay Devgan Hindi Row : अभिनेता अजय देवगन ने टि्वटर पर लिखा था कि किच्छा सुदीप, मेरे भाई, आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फ़िल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज़ करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्र भाषा थी है, और हमेशा रहेगी। जन गण मन...

Ajay Devgan Hindi Row : बॉलीवुड के मशहूर गायक सोनू निगम ने कहा है कि हिंदी राष्ट्र भाषा (Ajay Devgan Hindi Row) नहीं है। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा है कि संविधान में कहीं ऐसा नहीं लिखा गया है कि हिंदीी हमारी राष्ट्रभाषा है। उन्होंने कहा है कि गैर-हिंदी भाषी लोगों पर इसे थोपने की कोशिश से देश में आपसी मनमुटाव और दरार ही पैदा होगी। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ दिन पहले ही हिंदी के राष्ट्रभाषा होने को लेकर बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन और कन्नड़ अभिनेता किच्छा सुदीप के बीच ट्विटर पर बहस हो गयी थी। अजय देवगन ने ट्वीट किया था कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा थी, है, और हमेशा रहेगी। आपको बता दें कि सुदीप ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था कि हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं है।

इसके जवाब में अभिनेता अजय देवगन (Ajay Devgan Hindi Row) ने टि्वटर पर लिखा था कि किच्छा सुदीप, मेरे भाई, आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फ़िल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज़ करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्र भाषा थी है, और हमेशा रहेगी। जन गण मन।

सोमवार 09 मई को गायक सोनू निगम ने दिल्ली में (Ajay Devgan Hindi Row) एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह हैरान हैं कि देश में ऐसे विषयों पर चर्चा हो रही है। जबकि होना यह चाहिए कि जिसको जो भाषा बोलनी है उसे वह भाषा बोलने की आजादी मिलनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि मुझे नहीं लगता कि संविधान में कहीं भी यह लिखा है कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है। यह सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा हो सकती है, पर जहां तक मैं समझता हूं यह राष्ट्रभाषा नहीं है। मेरी कई विशेषज्ञों से भी बातचीत हुई और उन्होंने भी इस पर हामी भरी है। हमारे संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है। ऐसे में इसे किसी पर थोपा जाना नहीं चाहिए।

सिनेमा बीस्ट नाम की एक वेबसाइट से बातचीत के दौरान गायक सोनू निगम ने कहा है कि क्या हम जानते हैं कि तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है? संस्कृत और तमिल के बीच विवाद है। लेकिन, लोग कहते हैं कि तमिल पूरी दुनिया में सबसे पुरानी भाषा है।

जहां तक राष्ट्रभाषा का सवाल है भारत की कोई राष्ट्र भाषा नहीं है। हिंदी तथा कन्नड़ संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध 22 भाषाओं में शामिल है जबकि हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों आधिकारिक भाषा हैं। तमिल, कन्नड़, तेलुगु, गुजराती, मलयालम और बंगाली जैसी कई भारतीय भाषाओं में गाने गा चुके सोनू निगम ने कहा कि किसी को भी दूसरों पर हिंदी नहीं थोपनी चाहिए। इससे माहौल बिगड़ता है। गायक ने कहा कि हम ऐसा क्यों कर रहे हैं? यह चर्चा क्यों हो रही है? हमारे देश के बाहर कम दुश्मन हैं जो देश के भीतर भी दुश्मन तैयार करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।

इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब के लोग पंजाबी में बोल सकते हैं, तमिलनाडु में लोग तमिल में बात कर सकते हैं और अगर वे सहज हैं तो वे अंग्रेज़ी में बात कर सकते हैं। हमारे सभी अदालती फैसले अंग्रेजी में दिए जाते हैं। ऐसे में इस बात पर चर्चा (Ajay Devgan Hindi Row) बेमानी है कि पूरे देश को सिर्फ हिंदी बोलनी चाहिए। हमारे देश में ऐसा कुछ थोपना या यह कहना कि हम श्रेष्ठ हैं, आप हमारी भाषा सीखें यह सही नहीं है। ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में लोगों को विभाजित नहीं किया जाना चाहिए। बहुत झमेले पहले से ही चल रहे हैं, एक और मुद्दा बनाने की क्या जरूरी है।

इस बहस को आगे बढ़ाते हुए गीतकार मनोज मुंतशिर ने कहा है कि हिंदी फिल्म उद्योग (Ajay Devgan Hindi Row) को स्वयं इस बात पर विचार करना चाहिए कि हिंदी उनके दैनिक जीवन से गायब क्यों है। अंग्रेज़ी पढ़ना और जानना अच्छा है, लेकिन जिस दिन हिंदी फिल्मों के निर्माता रोजमर्रा की जिंदगी में हिंदी बोलना शुरू कर देंगे, हमारी फिल्मों की आत्मा एक बार फिर उठ खड़ी होगी। हिंदी फिल्म उद्योग न तो समाप्त हुआ है और न ही कभी होगा। थोड़ा आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है और हम एक धमाके के साथ वापस आएंगे।

आपको बता दें कि हिंदी पर अजय देवगन की टिप्पणी (Ajay Devgan Hindi Row) ने देश में हिंदी थोपने के मुद्दे पर एक व्यापक बहस छेड़ दी थी और भारतीय जनता पार्टी के नेता व कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के सिद्धरमैया और जनता दल-एस के एचडी कुमारस्वामी समेत कई अन्य लोगों ने भारत की भाषायी विविधता के समर्थन में अपने बयान दिए थे।

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