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Akhilesh-Azam Meeting : जेल से बाहर निकलने के बाद पहली बार आजम खान से मिले अखिलेश यादव, रामपुर में होने वाले उपचुनाव पर चर्चा के आसार

Janjwar Desk
1 Jun 2022 9:08 AM GMT
Akhilesh-Azam Meeting : जेल से बाहर निकलने के बाद पहली बार आजम खान से मिले अखिलेश यादव, रामपुर में होने वाले उपचुनाव पर चर्चा के आसार
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Akhilesh-Azam Meeting : जेल से बाहर निकलने के बाद पहली बार आजम खान से मिले अखिलेश यादव, रामपुर में होने वाले उपचुनाव पर चर्चा के आसार

Akhilesh-Azam Meeting : सपा नेता आजम खान इलाज के लिए 29 मई 2022 से दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि इस मुलाकात के बाद यह तय हो जाएगा कि रामपुर से आजम खान की पत्नी लोकसभा का चुनाव सपा के टिकट पर लड़ेंगी या नहीं। कहा यह भी जा रहा है कि भले ही सियासी मजबूरी रही हो, लेकिन दोनों नेता के बीच मुलाकात आखिरकार हो गयी है...

Akhilesh-Azam Meeting : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता ओर सबसे बड़े मुस्लिम चेहरा आजम खान (Akhilesh-Azam Meeting) के जेल से आने के बाद पहली बार बुधवार ;01 जून को द्ध उनसे मिलने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहुंचे। आपको बता दें कि यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब कुछ समय पहले से मीडिया में दोनों नेताओं के बीच मतभेद की तमाम खबरें चल रही है। जिस दिन आजम खान जेल से बाहर आए थे, उस दिन भी अखिलेश ने सिर्फ ट्​वीट भर किया था। जबकि उनके चाचा शिवपाल यादव आजम खान को रिसिव करने जेल के गेट तक पहुंचे थे।

फिलहाल सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आजम खान (Akhilesh-Azam Meeting) की बुधवार 01 को हुई मुलाकात मुलाकात 40 मिनट से अधिक समय तक चलने की खबर है। आपको बता दें कि सपा नेता आजम खान इलाज के लिए 29 मई 2022 से दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि इस मुलाकात के बाद यह तय हो जाएगा कि रामपुर से आजम खान की पत्नी लोकसभा का चुनाव सपा के टिकट पर लड़ेंगी या नहीं। कहा यह भी जा रहा है कि भले ही सियासी मजबूरी रही हो, लेकिन दोनों नेता के बीच मुलाकात आखिरकार हो गयी है।

इस मुलाकात (Akhilesh-Azam Meeting) को कराने में अहम रोल कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल का माना जा रहा है। चर्चा है कि रामपुर और आजमगढ़ से खाली हुई सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले दोनों नेताओं के बीच तकरार से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा था। इससे चुनाव में नुकसान होने की आशंका भी जताई जा रही थी। ऐसे में पार्टी के अंदर भी अखिलेश यादव पर दबाव पड़ रहा था। कपिल सिब्बल के पार्टी में शामिल होने के बाद उनकी पहल पर दोनों नेताओं के बीच मुलाकात की दिशा तय होने लगी थी।

सपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दोनों सीटें रामपुर और आजमगढ़ पार्टी के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं और उम्मीदवारों का चयन विस्तृत चर्चा के बाद किया जाएगा। उन्होंने कहा, "पार्टी सीटों के महत्व को जानती है और इसलिए हम उन दोनों को जीतने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।"

भाजपा के एक नेता ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी उपचुनाव को 'आसान लड़ाई' नहीं होने देगी और 'हर वोट के लिए लड़ेगी।' ऐसे में सियासी हलके में यह चर्चा थी कि अखिलेश यादव और आजम खान के बीच मेल मिलाप नहीं होने से पार्टी को नुकसान पहुंच सकता है।

खान को रविवार को नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल के 'मेडिसिन विभाग' में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के एक सूत्र ने कहा, '' अखिलेश यादव अस्पताल पहुंचे (Akhilesh-Azam Meeting) और उन्होंने यहां भर्ती आजम खान से मुलाकात की।'' अस्पताल के सूत्रों ने मंगलवार को बताया था कि खान की हालत ''पूरी तरह स्थिर'' है। उच्चतम न्यायालय से धोखाधड़ी के एक मामले में अंतरिम जमानत मिलने के बाद खान 20 मई को उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से रिहा हुए थे।

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